चीन में फिर मची तबाही, Human Metapneumovirus से लोगों की सांसें थमीं – कोरोना के बाद नई महामारी की आहट
चीन में कोरोना वायरस (COVID-19) ने जिस प्रकार से दुनिया भर में तबाही मचाई, उसे कोई नहीं भुला सकता। साल 2020 से लेकर अब तक कोरोना ने चीन और पूरी दुनिया में कई लाखों लोगों की जान ले ली थी। हालांकि, इस महामारी का असर आज भी दुनिया भर में महसूस किया जा रहा है। इन पांच वर्षों में चीन में कोरोना के बाद कई वायरस की आशंका और डर ने लोगों को एक बार फिर से चिंतित कर दिया है।
लेकिन अब चीन में एक और वायरस ने अपनी जड़ों को मजबूत कर लिया है, जिससे चीनी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल चुके हैं। यह नया वायरस है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)। यह Human Metapneumovirus वायरस अब तेजी से फैल रहा है और एक बार फिर से अस्पतालों में भीड़ बढ़ने लगी है। कोरोना के बाद यह नया वायरस लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरे की तरह सामने आया है।
HMPV वायरस: क्या है यह और कैसे फैलता है?
Human Metapneumovirus एक आरएनए वायरस है, जो मेटापन्यूमोवायरस क्लास के अंतर्गत आता है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने की थी, जब यह बच्चों में श्वसन संक्रमण (respiratory illness) का कारण बन रहा था। अब यह वायरस दुनिया भर में एक सामान्य श्वसन रोगजनक के रूप में फैल चुका है। यह मुख्य रूप से खांसने और छींकने से फैलता है और संक्रमित व्यक्तियों के निकट संपर्क से भी इसका प्रसार होता है। इसके अलावा, यह दूषित वातावरण में भी फैल सकता है।
चीन में इस वायरस के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों पर इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है, जो इसके सॉफ्ट टारगेट माने जाते हैं। यह वायरस बच्चों में श्वसन समस्याओं का कारण बनता है, जो खासकर निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है।
कोरोना के बाद चीन में मची है हड़कंप
कोरोना महामारी के पांच साल बाद चीन एक बार फिर से स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है। चीन में HMPV के बढ़ते मामलों ने अस्पतालों और श्मशान घाटों में भीड़ बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल रही है कि अस्पताल और श्मशान घाट अब पूरी तरह से भर चुके हैं। वायरल वीडियो में अस्पतालों में मरीजों का तांता और बिस्तरों पर लेटे हुए लोग साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं।
इसके अलावा, कई रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स में यह दावा किया गया है कि चीन में इन्फ्लूएंजा A और माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया जैसी बीमारियाँ भी एक साथ फैल रही हैं। इससे पहले चीनी स्वास्थ्य अधिकारी दावा कर चुके थे कि इस वायरस के मामलों की स्थिति पर आपातकालीन व्यवस्था की घोषणा की जा सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
स्वास्थ्य विभाग की दुविधा: क्या हो रहा है चीन में?
चीन के स्वास्थ्य विभाग में इन बीमारियों के मामलों की बाढ़ आ चुकी है। नेशनल हेल्थ कमीशन के अधिकारी भी अब स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं और आम लोगों से मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही चीन रोग नियंत्रण प्राधिकरण (CDC) भी इस नए वायरस से निपटने के लिए अपने पुराने प्रोटोकॉल को लागू कर रहा है।
चीनी रोग नियंत्रण प्राधिकरण ने अब एक निगरानी प्रणाली भी स्थापित की है, जिसका उद्देश्य अज्ञात श्वसन रोगों की पहचान करना है। अधिकारियों ने कहा है कि सर्दियों में सांस संबंधी रोगों के मामलों में वृद्धि हो सकती है, और इसके लिए एक विशेष सिस्टम तैयार किया गया है ताकि अज्ञात रोगजनकों से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जा सके।
HMPV के लक्षण और इलाज
HMPV वायरस के लक्षण कोरोना वायरस के जैसे ही होते हैं। संक्रमित व्यक्ति में आमतौर पर सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी की समस्या होती है। हालांकि, इस वायरस का संक्रमण काल तीन से पांच दिनों का होता है, जो इसके प्रसार को तेज़ बनाता है।
इसके लक्षण कोविड-19 जैसे ही होते हैं, और इनसे निपटना भी उतना ही मुश्किल हो सकता है। इसलिए अधिकारियों ने कहा है कि संक्रमित व्यक्तियों को घर पर ही रहकर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए घर से बाहर न निकलें।
क्या चीन कुछ छिपा तो नहीं रहा?
चीन में हाल ही में जो राइनो वायरस और HMPV के मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें लेकर कई संदेह भी व्यक्त किए जा रहे हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि चीन इस वायरस के प्रकोप से जुड़ी वास्तविक जानकारी दुनिया से छिपा सकता है। चीन के एक अधिकारी ने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि देश में सर्दियों और वसंत में वायरस और श्वसन रोगों के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इस साल पिछले साल की तुलना में कितने अधिक मामले सामने आ सकते हैं।
हालांकि, इस नए वायरस के लिए अब तक कोई टीका (vaccine) उपलब्ध नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते अगर बचाव के उपाय किए जाएं तो इससे होने वाली बीमारी को काबू में किया जा सकता है।
चीन की ओर से जारी दिशा-निर्देश
चीन में अब फिर से स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से मास्क पहनने, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और बार-बार हाथ धोने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है ताकि वे इस नए वायरस से बच सकें।
चीन में फिर से फैलने वाले एचएमपीवी जैसे वायरस ने एक बार फिर से दुनिया को याद दिलाया है कि कोरोना के बाद भी हम स्वास्थ्य संकट से पूरी तरह मुक्त नहीं हुए हैं।

