खेल जगत

National Sports Award 2024: भारत के सुपरस्टार खिलाड़ियों को मिलेंगे उच्चतम सम्मान

National Sports Award 2024: भारत के खेल मंत्रालय ने 2024 के नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स की घोषणा की, जिसमें देश के सबसे उत्कृष्ट खिलाड़ियों और कोचों को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। गुरुवार को यह ऐलान किया गया कि ओलिंपिक में डबल मेडल जीतने वाली शूटर मनु भाकर, वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश, भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इस साल के पुरस्कारों में 34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार मिलेगा, जिसमें दो लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए हैं। साथ ही, पांच कोचों को द्रोणाचार्य अवार्ड मिलेगा, जिनमें दो लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए हैं। यह पुरस्कार 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किए जाएंगे।

मनु भाकर: पेरिस ओलिंपिक की दो बार मेडलिस्ट

मनु भाकर, जिन्होंने 2024 पेरिस ओलिंपिक में दो पदक जीते थे, उन्हें इस साल के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल में व्यक्तिगत श्रेणी और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहते हुए भारत को दो मेडल दिलाए। उनकी शानदार प्रदर्शन की वजह से भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 पदक जीते, जिनमें से मनु के दो मेडल थे। यह उपलब्धि भारतीय खेलों के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई।

डी गुकेश: चेस के शहंशाह

भारत के युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने 18 साल की उम्र में सिंगापुर में वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीतकर एक नई इतिहास रच दिया। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराया और वर्ल्ड चेस चैंपियन बनने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कास्पारोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था, लेकिन गुकेश ने 18 साल की कम उम्र में ही यह रिकॉर्ड तोड़ दिया। उनकी इस महान उपलब्धि को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के रूप में सम्मानित किया जाएगा।

हरमनप्रीत सिंह: भारतीय हॉकी टीम का गर्व

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को उनकी नेतृत्व क्षमता और असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने पेरिस ओलिंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल और एशियन गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीतकर भारत को गौरव प्रदान किया। इसके अलावा, हरमनप्रीत ने तीन बार FIH अवार्ड्स में ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ का खिताब भी जीता है। उनकी कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और उनका यह पुरस्कार निश्चित रूप से भारतीय खेलों के लिए एक और महत्वपूर्ण क्षण है।

प्रवीण कुमार: पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता

प्रवीण कुमार, जिन्होंने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद में एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था, को इस साल के नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार मिल रहा है। प्रवीण ने 2.08 मीटर की ऊंचाई पार कर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने के बाद उन्होंने पेरिस पैरालिंपिक में यह स्वर्ण पदक जीता, जो उनके अथक परिश्रम और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स: भारत के लिए गर्व का प्रतीक

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भारत में खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार खिलाड़ियों, कोचों, और संगठनों को उनके असाधारण योगदान और भारतीय खेलों के विकास में उनके प्रयासों के लिए दिए जाते हैं। छह प्रमुख पुरस्कारों में खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (माका ट्रॉफी), और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार शामिल हैं। इसके साथ ही, तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार भी 2004 से दिया जा रहा है, जो साहसिक खेलों में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करता है।

2023 के अर्जुन पुरस्कार विजेता

पिछले साल के अर्जुन पुरस्कारों में 26 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया था, जिसमें क्रिकेटर मोहम्मद शमी भी शामिल थे। इसके अलावा, 5 कोचों को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिला था और बैडमिंटन की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था। इन पुरस्कारों का उद्देश्य खिलाड़ियों और कोचों के प्रयासों और उनकी कड़ी मेहनत को पहचानना और सम्मानित करना है।

पुरस्कार समारोह: 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में

इस वर्ष के पुरस्कारों की घोषणा के बाद अब सभी की नजरें 17 जनवरी को होने वाले पुरस्कार समारोह पर टिकी हुई हैं। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाला यह समारोह भारतीय खेल जगत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिसमें खिलाड़ियों और कोचों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा। यह दिन न केवल पुरस्कार विजेताओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण होगा, क्योंकि भारत ने खेलों के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

भारत में खेलों की बढ़ती महत्वता और खिलाड़ियों के योगदान को सही तरीके से सम्मानित करना देश के भविष्य के लिए बेहद आवश्यक है। इन पुरस्कारों से खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है और वे अपनी मेहनत में और अधिक जुट जाते हैं। इस बार का नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 भारतीय खेलों के लिए एक नई दिशा दिखाने वाला साबित होगा

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