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France: Vaccine Pass के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन “Convoi de la liberté”

France में कोविड वैक्सिनेशन पास प्रोग्राम का विरोध शुरू हो गया है. इसके विरोध में दर्जनों ट्रक और वाहन बुधवार को दक्षिणी फ्रांस से एक काफिले के रूप में पेरिस (Paris) के लिए रवाना हुए. गुरूवार और शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल और कार ड्राइवरों की पेरिस पहुंचने की उम्मीद है.

प्रदर्शनकारियों के विरोध का यह तरीका कनाडा में जारी ट्रक डाइवरों के उस विरोध प्रदर्शन से काफी मिलता है जो कि यूएस-कनाडाई सीमा पार करते समय टीके की अनिवर्यता से नाराज हैं और इसके विरोध में उन्होंने कनाडा की राजधानी ओटावा को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया है.

Convoi de la liberté

फ्रांस के प्रदर्शनकारियों ने अपने आंदोलन को ‘आजाद काफिला Convoi de la Liberté’ नाम दिया है जो कि कनाडा के ” Freedom Convoy ” का सीधा अनुवाद है.   फ्रांसीसी प्रोटेस्ट इस बात का एक और सबूत है कि कैसे कनाडा के प्रदर्शन ने दुनिया भर के एंटी-वैक्सीन ग्रुप्स को प्रेरित किया है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएसए सहित कई देशों में इसी तरह एक जगह इक्ट्ठा होने का आह्वान सोशल मीडिया के जरिए किया है.

फ्रांस में विरोध प्रदर्शन किस स्तर तक फैल गया है यह तो अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन आंदोलन के पीछे मुख्य फेसबुक ग्रुप ने कुछ ही दिनों में 300,000 से अधिक फॉलोअर्स को आकर्षित किया है. बुधवार को, सदस्यों ने फ्रेंच रिवेरा (French Riviera) पर नीस (Nice) से बाहर निकलते और अपने लिए खाना पैक करते प्रदर्शनकारियों की तस्वीरें पोस्ट करना शुरू कर दिया.

ब्रसेल्स में बने रहने का आह्वान

एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर 25,000 मेंबर्स के ग्रुप में, लोगों ने ड्राइवरों के पेरिस पहुंचने के लिए विस्तृत नक्शे पोस्ट किए,  जिसमें रास्ते में मीटिंग प्वाइंट्स का भी जिक्र था. प्रदर्शनकारियों के शुक्रवार को फ्रांस की राजधानी में बड़ी संख्या में जुटने की उम्मीद है. वहीं कुछ ने लोगों से यूरोपीय संघ के अधिकांश संस्थानों के मुख्यालय, ब्रसेल्स में बने रहने का आह्वान किया है.

आंदोलन के समर्थक खुद को फ्रांस के वैक्सीन पास (vaccine pass) के विरोधी के रूप में अपना परिचय दे रहे हैं. यह एक हेल्थ पासपोर्ट (health passport) है जो इस साल की शुरुआत में पेश किया गया था. यह उन लोगों को रेस्तरां, थिएटर, सिनेमा और अन्य स्थानों पर जाने से रोकता है जिन्होंने कोविड वैक्सीन नहीं लगाया है.

व्यापक स्तर पर सप्ताह भर विरोध

हालांकि फ़्रांस की वयस्क आबादी का सिर्फ केवल 8 प्रतिशत लोग ही ऐसे बचे हैं जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगाया है. और इस पास का विरोध सीमित रहा है, लेकिन कभी-कभी तेज भी हुआ है. पिछली गर्मियों में, फ्रांस में नई स्वास्थ्य पास नीतियों के खिलाफ व्यापक स्तर पर सप्ताह भर विरोध हुआ था.

फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता गेब्रियल अट्टल ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन पास को “अस्पतालों में स्थिति के सामान्य होते ही” हटा दिया जाएगा, जो कि स्वास्थ्य अधिकारियों अधिकारियों के मुताबिक इस वसंत में हो सकता है. अट्टल ने कहा कि देश “सुधार की शुरुआत” देख रहा है, पिछले सात दिनों में नए कोरोनोवायरस मामलों में 35 प्रतिशत की कमी आई है.

प्रदर्शनकारियों के ‘आजाद काफिले’ को फ्रांस में विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन मिला है इनमें धुर दक्षिणपंथी और वामपंथी पार्टियां शामिल हैं. अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली की उम्मीदवार मरीन ले पेन ने कहा कि उन्हें इस आंदोलन से सहानुभूति है.

News Desk

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