क्या Imran Khan की कुर्सी जाने वाली है? Pakistani Army ने दिए Nawaz Sharif की पाकिस्तान वापसी के संकेत
Pakistan के मौजूदा प्रधानमंत्री Imran Khan की कुर्सी जाने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. कहा जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की वापसी होने वाली है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना Imran Khan से इतनी नाराज हो चुकी है कि अब उसने प्रधानमंत्री की कुर्सी से mran Khanको हटाने का मन बना लिया है.
मीडिया Report के हवाले से कहा ये भी जा रहा है कि फिलहाल लंदन में रह रहे Nawaz Sharif के साथ उसने एक सीक्रेट डील कर ली है. पाकिस्तानी मीडिया में इस डील की बड़ी चर्चा हो रही है. इस डील के तहत Imran Khan आउट किया जाएगा और नवाज शरीफ को एंट्री दी जाएगी.
पाकिस्तान में एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री Nawaz Sharif की वापसी के चर्चे शुरू हो गए हैं. खबर है कि हर मोर्च पर नाकाम हो चुके Imran Khan को हटाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सेना एक बार फिर नवाज शरीफ से बातचीत कर रही है. नवाज शरीफ नवंबर 2019 से ही लंदन में रह रहे हैं.
नवाज को फौज के विरोध की वजह से कुर्सी गंवानी पड़ी थी. नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के केस चल रहे हैं. खबरों के मुताबिक नवाज शरीफ के मुल्क लौटने को लेकर पिछले 3 महीने से रणनीति बनाई जा रही है.
खबरों के मुताबिक पाकिस्तानी की फौज अब इमरान खान से तंग आ चुकी है. Pakistan Army तब्दीली के नाम पर इमरान खान को सत्ता में लाई थी लेकिन वो पूरी तरह देश में नीतियों को लागू करने में नाकाम रहे. मुल्क में उनके खिलाफ नफरत पैदा हो चुकी है. इमरान की कारगुजारियों की वजह से फौज की भी फजीहत हो रही थी.
दरअसल, पिछले दिनों इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के गढ़ खैबर-पख्तूनख्वा में स्थानीय निकायों के चुनाव हुए लेकिन उनकी पार्टी मेयर की एक भी सीट नहीं जीत सकी, इससे इमरान खान बुरी तरह झल्लाए हुए हैं. अब सेना ने नवाज शरीफ के साथ एक सीक्रेट डील की है.
रिपोर्ट्स है कि सेना के साथ डील के मुताबिक अगले साल नवाज शरीफ वापस पाकिस्तान आएंगे. नवाज शरीफ को कुछ महीने जेल में बिताने पड़ेंगे. उसके बाद फौज की दखल और अदालत मिलकर नवाज के खिलाफ केस को खत्म करेंगे. इसके बाद नवाज शरीफ की सत्ता में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा. दुनिया के ज्यादातर मुल्कों में Pakistan Army चुनी हुई सरकार के हिसाब से काम करती है
लेकिन पाकिस्तान में ठीक इसके उलट है यहां सेना और ISI सरकार बनाने और गिराने में काफी अहम रोल अदा करते हैं. बता दें कि पाकिस्तान की इमरान सरकार बढ़ती महंगाई, बढ़ते कर्ज और कथित कुशासन को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना कर रही है.

