शहीद विनोद को दी अंतिम विदाई
मुजफ्फरनगर। जम्मू कश्मीर में एक हादसे के दौरान शहीद हुए मुजफ्फरनगर के लाल को आज गांव मौहम्मदपुर मॉडन में राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से अंतिम विदाई दी गयी। शहीद की शव यात्रा में हजारों की संख्या में लोग जब तक सूरज चांद रहेगा विनोद तेरा नाम रहेगा के नारे लगाते हुए चल रहे थे। गांव के ही शमशान घाट पर उन्हे अग्नि के सुपुर्द किया गया। जहां बीएसएफ के जवानों ने मातमी धुन बजाई तथा उन्हे अंतिम विदाई दी।
फुगाना क्षेत्र के ग्राम मौहम्मदपुर मार्डन निवासी प्रेम सिंह का पुत्र विनोद कुमार बीएसएफ में पंजाब के फाजिलका में तैनात था। कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद विनोद कुमार बटालियन की तैनाती कश्मीर के राजौरी में हुई थी।
दो दिन पूर्व एक हादसे में विनोद की मौत हो गयी। उसकी मौत की खबर बीएसएफ के अधिकारियों ने उसके गांव में दी तो वहां हा-हाकार मच गया। आज सवेरे ट्रेन से शहीद का शव मुजफ्फरनगर लाया गया। जहां से एम्बुलैंस द्वारा उसके शव को बीएसएफ के जवान शहीद के पैतृक गांव में लेकर पहुंचे। गांव में हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने शहीद के शव के पहुंचते ही जब तक सूरज चांद रहेगा विनोद तेरा नाम रहेगा के नारों से आकाश को गुंजायेमान कर दिया। शहीद का शव उनके घर पहुंचते ही वहां शोक संतृप्त परिवार में हा-हाकार मच गया।
शहीद को श्रद्धाजंलि देने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, उत्तर प्रदेश के मंत्री जनपद प्रभारी चेतन चौहान, विधायक प्रमोद ऊटवाल, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, विक्रम सैनी के अलावा जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव एवं अन्य अधिकारियों ने उन्हे अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने उन्हे शासन की ओर से श्रद्धासुमन अर्पित किये। तिरंगे झंडे में लिपटे शहीद के शव की शवयात्रा शुरू हुई तो हर किसी में उसकी अर्थी को कंधा देने की होड लगी हुई थी। शव यात्रा शमशान घाट पर पहुंची जहां बीएसएफ के जवानों ने मातमी धुन बजाकर अपने साथी को अंतिम विदाई दी। शव को मुखाग्नि शहीद के भाई सोनू ने दी। इस दौरान भारी संख्या में जनपदभर से पहुंचे ग्रामीण एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।