Moradabad: शराब पीने के बाद विवाद, दोस्त ने दो की चाकू से हत्या कर दी
उत्तर प्रदेश के Moradabad जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां कटघर थाना क्षेत्र के गुलाबबाड़ी इलाके में मामूली पैसों के विवाद के बाद एक युवक ने अपने दो दोस्तों की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
क्या है पूरा मामला?
घटना शुक्रवार रात की है। गलशहीद क्षेत्र के असातलपुरा निवासी फईम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रात करीब 9 बजे उसके भाई शाहनवाज उर्फ बबलू (32 वर्ष) को मोहल्ले के ही रहने वाले जुनैद (30 वर्ष) और सारिक अपने साथ गुलाबबाड़ी चुंगी पर ले गए थे।
तीनों ने वहां शराब पी। इसी दौरान सारिक और बाकी दोनों के बीच रुपयों को लेकर कहासुनी हो गई। बहस ने हिंसक रूप ले लिया और अचानक सारिक ने चाकू निकालकर शाहनवाज और जुनैद पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
एक की मौके पर ही मौत, दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ा
शाहनवाज की मौके पर ही मौत हो गई।
जुनैद को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
घटना के बाद हड़कंप, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
जैसे ही यह खबर इलाके में फैली, दोनों मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
SP सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया:
“मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी सारिक की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हत्या में प्रयुक्त हथियार की भी तलाश जारी है।”
पुलिस जांच के मुख्य बिंदु:
क्या ये हत्या पहले से नियोजित थी या झगड़ा अचानक बढ़ा?
क्या और लोग भी मौके पर मौजूद थे?
आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है?
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
गुलाबबाड़ी और असातलपुरा इलाके में इस दोहरी हत्या के बाद दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि शराब के ठेकों के पास ऐसे हादसे आए दिन होते रहते हैं, लेकिन पुलिस इन पर सख्ती नहीं करती।
क्या यह सिर्फ शराब का असर था?
इस मामले ने एक बार फिर शराब और आपसी झगड़ों की खतरनाक परिणति को सामने ला दिया है। दोस्ती के नाम पर बाहर निकले तीन युवक, जिनमें से दो अब इस दुनिया में नहीं रहे।
पुलिस की प्राथमिकता अब आरोपी को पकड़कर सख्त सजा दिलाना है, ताकि समाज में भय और कानून का सम्मान बना रहे।
यदि आपके आसपास नशा या हिंसक प्रवृत्ति वाले लोगों की गतिविधियां दिखें, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
शराब और क्रोध का मेल कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकता है।
यह केस एक गंभीर चेतावनी है कि छोटी-सी बहस भी जिंदगी छीन सकती है।