देश में 2000 से अधिक मौतें: उत्तर प्रदेश में शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्यू
देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर का कहर जारी है। लगातार तीसरे दिन देश में तीन लाख से अधिक मामले (Covid-19 Cases) सामने आए हैं।
शुक्रवार को देश में कुल 3.46 लाख केस सामने आए, जबकि इस दौरान 2600 लोगों की रिकॉर्ड मौत दर्ज हुई है। जिसके बाद भारत में केवल तीन दिन में ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 9.94 लाख तक पहुंच गया है। ये लगातार चौथा दिन रहा जब देश में 2000 से अधिक मौतें हुईं।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) समेत में भी कोरोना बेकाबू नजर आ रहा है। यहां पर संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमाने लगी हैं। प्रदेश अब अस्पतालों में बेड्स से लेकर ऑक्सीजन जैसी जरूरी चीजों की किल्लत होने लगी है।
सूबे में बीते 24 घंटे में 37238 नए केस आए हैं, जो एक दिन राज्य में कोरोना संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या है। इस दौरान यहां पर 199 लोगों की मौत हुई है। इस बीच उत्तर प्रदेश में शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) शुरू हो गया है।
बता दें कि शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन और सर्विलांस का अभियान चलाया जाएगा।
इस दौरान लोगों का बिना काम घर से बाहर निकलना वर्जित रहेगा। अनावश्यक घर से बाहर निकलने पर कड़ी कार्रवाई होगी। इस दौरान आवश्यक सेवाओं के लिए छूट रहेगी। आधी क्षमता के साथ बस चलेगी। हालांकि इस दौरान निजी गाड़ी या ऑटो, टैंपो और टैक्सी की सेवाएं चालू नहीं रहेंगी।
वीकेंड कर्फ्यू के दौरान मेडिकल स्टोर, किराना की दुकान और दूध-सब्जी छोड़कर सभी दुकानें और सेवाएं बंद रहेंगी। भारत सरकार और राज्य सरकार के अधिकारी, कर्मचारी, आपातकालीन सेवाएं, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, पुलिस, अग्नि शमन आदि को इजाजत रहेगी।
गर्भवती और रोगियों को चिकित्सा/स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने की अनुमति रहेगी। पंचायत चुनाव ड्यूटी के कर्मचारियों को कर्फ्यू से छूट दी जाएगी।
शनिवार व रविवार होने वाली शादियों के लिए बंद स्थानों के अंदर 50 व्यक्तियों के जाने की अनुमति होगी और खुले स्थानों पर 100 व्यक्तियों को साथ मास्क, सामाजिक दूरी और सैनिटाइजर के उपयोग करने के बाद परमीशन दी जाएगी। सभी को एसओपी के अनुसार अन्य सावधानियों का भी पालन करना होगा।
इसके अलावा प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाएं स्थगित रखी जाएंगी। सरकारी चिकित्सालयों में केवल आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी।