Muzaffarnagar: जिलाधिकारी ने फरियादियों की समस्याएं सुनी, त्रेमासिक पेंशन लाभार्थियों को धनराशि अंतरित की जाएगी
Muzaffarnagar:मुज़फ्फरनगर। जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदेश में ५ लाख २१ हजार नवीन लाभार्थियों को लाभ दिया गया। जनपद में १० नवीन लाभार्थी एवं कुल ४३,८७८ लाभार्थियों को वर्ष २०२१-२२ में त्रेमासिक पेंशन लाभार्थियों को धनराशि अंतरित की जाएगी।
राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष २०२१-२२ की प्रथम त्रैमासिक डीबीटी के माध्यम से वृद्धावस्था पेंशन वितरण एवं लाभार्थियों के साथ संवाद स्थापित किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत ५ लाख २१ हजार नवीन लाभार्थियों की स्वीकृति एवं ५५ लाख ७७ हजार (पुरानी स्वीकृति) लाभार्थियों को वर्ष २०२१-२२ के प्रथम त्रैमास की पेंशन की धनराशि ८३६.५५ करोड़ डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में मुख्यमंत्री जी द्वारा अंतरित किए गए।
इस योजना के अंतर्गत जनपद में १० नवीन लाभार्थी एवं कुल ४३,८७८ लाभार्थियों को वर्ष २०२१-२२ में त्रेमासिक पेंशन लाभार्थियों को धनराशि अंतरित की जाएगी।
एनआईसी कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में डीएम चंद्रभूषण सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी आर प्रजापति एवं पेंशन धारको द्वारा सवांद कर ने प्रतिभाग किया।
जिलाधिकारी ने फरियादियों की समस्याएं सुनी
मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी ने फरियादियों की समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनकर उनका समाधान कराया तथा शेष रही समस्याओ के निराकरण के लिए सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देशित किया कि जनसमस्याओं का यथाशीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाए। ताकि नागरिको को अपनी समस्या के लिए अधिकारियों/विभागो के चक्कर ना काटने पडें।
कचहरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर मौजूद डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने जनपद के ग्रामीण अंचल व नगर क्षेत्र से पहुंचे फरियादियों की समस्याओ को सुनने के पश्चात उक्त समस्याओ का समाधान कराया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए अधिनस्थ अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आमजन की सुनवाई हो तथा जनसमस्या के समाधान में कोई कोताही ना बरती जाये।
जिलाधिकारी ने इस दौरान विद्युत विभाग, सिंचाई,नाली/खडंजा निर्माण,भूमि विवाद सम्बन्धी आदि विभिन्न प्रकार की समस्याओ को सुनकर उनका समाधान कराया।