Muzaffarnagar News: पूर्व निर्देशक गन्ना शोध केंद्र ने गन्ना फसल का किया निरीक्षण
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News) वर्तमान में क्षेत्र में गन्ने की फसल में टॉप बोरर व मिली बग नामक कीट एवं पोक्खा बोइंग नामक रोग का प्रकोप देखने में आया है, जिसके उपरांत धामपुर बायो ऑर्गेनिक्स लिमिटेड, यूनिट मंसूरपुर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अरविंद कुमार दीक्षित के निर्देशानुसार डॉ बक्शी राम (पूर्व निदेशक गन्ना शोध केंद्र, कोयंबटूर) को विशेष आग्रह पर बुलाया गया
चीनी मिल प्रबंधन द्वारा गन्ना विभाग की विशेष टीम बनाकर, जिसमें महाप्रबंधक (गन्ना) बलधारी सिंह, मुख्य प्रबंधक (गन्ना) उत्तम वर्मा तथा गन्ना स्टाफ द्वारा डॉ बक्शी राम के साथ मिल क्षेत्र का भ्रमण कर गन्ना फसल का निरीक्षण किया गया, इस दौरान क्षेत्र के ग्राम सोहंजनी तगान, दुधाहेड़ी, काकड़ा, शेरनगर एवं सिखेड़ा में कृषक गोष्ठी की गई
काफी संख्या में कृषकों ने भाग लिया और डॉ बक्शी राम का स्वागत कर उनको धन्यवाद दिया, गोष्ठी एवं भ्रमण के माध्यम से डॉ बक्शी राम एवं गन्ना विभाग की टीम द्वारा किसानों को कीट, बीमारी एवं गन्ना प्रजातियों के बारे में निम्न विशेष जानकारी दी गई।
चोटी बेधक कीट के नियंत्रण के लिए अप्रैल के अंतिम व मई के प्रथम सप्ताह में तथा लेट किए गए गन्ने की बुवाई में १५ – २० जून के बीच १५० मिली० कोराजन ४०० लीटर पानी में मिलाकर जड़ों में एक ही बार ड्रेचिंग करें।
मिली बग के प्रकोप के नियंत्रण के लिए २ ग्राम इमिडाक्लोरप्रिड १६ लीटर पानी में मिलाकर गन्ने की सूखी पत्ती उतारकर प्रभावित फसल पर स्प्रे करें तथा अधिक प्रभावित झुंण्डो को दराती से काटकर नष्ट कर दे।
गन्ने में पोक्खा बोइंग बीमारी के नियंत्रण के लिए ५०० ग्राम कॉप ऑक्सिक्लोराइड ४०० लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें। इस दौरान डॉ बक्शी राम ने बताया की गन्ने की को. ०११८ प्रजाति को प्राथमिकता दें तथा को.० २३८ प्रजाति को बचाने के लिए कृषक ०२- ०३ बीघा गन्ने की नर्सरी लगाकर उसमें से स्वस्थ बीज को ही बुआई में प्रयोग करें।

