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Operation Sindoor: भारत की आधी रात की सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान के 70 आतंकी ढेर, हाफिज सईद के कैंप भी तबाह

Operation Sindoor — यह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि भारत की सैन्य शक्ति और निर्णायक रणनीति का प्रतीक बन चुका है। 22 अप्रैल 2025 की रात को पहलगाम में हुई आतंकी बर्बरता के जवाब में भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया, वह इतिहास में दर्ज हो गया है। भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना ने एक संयुक्त ऑपरेशन में रात 1:28 बजे से 1:51 बजे तक चले इस मिशन में आतंकवाद के ठिकानों पर भीषण तबाही मचाई।

Justice is served. Jai Hind!” — भारतीय सेना की इस एक पंक्ति ने पूरी दुनिया को संदेश दे दिया कि अब भारत चुप नहीं बैठता, बल्कि हर हमले का जवाब दो गुना ताकत से देता है।


🌑 आधी रात की गरज – कहर बनकर टूटा भारत का ऑपरेशन सिंदूर

सूत्रों के अनुसार, Operation Sindoor में भारतीय सेना ने अत्याधुनिक ड्रोन, लोइटरिंग म्यूनिशन, और सटीक मिसाइल सिस्टम का उपयोग करते हुए पाकिस्तान और पीओके के 9 बड़े आतंकी अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। इन हमलों का फोकस बहावलपुर, मुरिदके, मुजफ्फराबाद, कोटली, गुलपुर, भिंबर, चक अमरू, और सियालकोट जैसे इलाकों पर था।

हमले में खास तौर पर उन मस्जिदों को निशाना बनाया गया जिन्हें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, और जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स में तब्दील कर रखा था।


📌 70 आतंकियों की मौत, हाफिज सईद के गढ़ में तबाही

सबसे सनसनीखेज खबर यह रही कि भारत ने इन स्ट्राइक में करीब 70 आतंकियों को मौत के घाट उतारा। सबसे बड़ा झटका लश्कर प्रमुख हाफिज सईद को लगा, जिनके मुरिदके स्थित मस्जिद कम कैंप को पूरी तरह तबाह कर दिया गया।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता Lt Gen अहमद शरीफ चौधरी ने भी हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि “मुजफ्फराबाद और कोटली में हमला हुआ है,” जबकि Express Tribune की रिपोर्ट के अनुसार, बहावलपुर के अहमद ईस्ट इलाके में भी भारतीय मिसाइलों ने तबाही मचाई।


🛑 जिन मस्जिदों को बनाया गया आतंकी शिविर — वे अब खाक

भारत के निशाने पर थीं वे मस्जिदें जो धार्मिक केंद्र से अधिक आतंक की फैक्ट्रियां बन चुकी थीं:

  • मुरिदके मस्जिद – हाफिज सईद की प्रमुख मस्जिद, 26/11 के आतंकियों को मिली थी ट्रेनिंग

  • गुलपुर की मस्जिद – एलओसी से 35 किमी दूर, हथियार ट्रेनिंग कैंप

  • सवाई मस्जिद – जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना

  • बिलाल मस्जिद, बरनाला, कोटली, सरजाल, महमूना मस्जिद – सभी आतंकी संगठनों के सक्रिय कैंप्स

भारत ने यह स्पष्ट किया है कि हर हमले में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है, आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।


🧠 PM मोदी और डोभाल की निगरानी में चला ऑपरेशन सिंदूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन की हर गतिविधि पर सीधा नजर बनाए रखा। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार अपडेट्स दे रहे थे।

रणनीति इतनी सटीक थी कि पाकिस्तानी रडार और खुफिया एजेंसियों को भनक तक नहीं लगी।

भारतीय वायुसेना की स्क्वॉड्रन ने stealth technology से युक्त ड्रोन और fighter jets के जरिए पूरे अभियान को अंजाम दिया। यह मिशन केवल 23 मिनट में पूरा हुआ, लेकिन पाकिस्तान में दशकों तक इसकी गूंज सुनाई देगी।


⚔️ पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि और भारतीय आक्रोश

22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 निर्दोष टूरिस्ट्स की बेरहमी से हत्या कर दी थी। यह घटना केवल जम्मू-कश्मीर ही नहीं, बल्कि पूरे देश को झकझोर गई थी। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया, न्यूज़ चैनलों और जनसभाओं में एक ही आवाज़ गूंज रही थी — “बदला लो!”

भारत ने यह बदला लिया — और ऐसा लिया कि पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य क्षमता को सलाम किया।


📷 तस्वीरें जो पाकिस्तान के झूठ की पोल खोलती हैं

पाकिस्तानी मीडिया ने पहले तो हमले से इनकार किया, फिर जब मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, और कोटली के वीडियो सामने आए — मलबे में तब्दील मस्जिदें, जलते ट्रक और तबाह इमारतें — तब उन्हें भी कबूलना पड़ा कि भारत का हमला सटीक और विनाशकारी था।


🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: “भारत का आत्मरक्षा में अधिकार”

इस हमले के बाद अमेरिका, फ्रांस, रूस और इज़राइल जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को स्वीकारा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने भी यह स्पष्ट किया कि यह हमला आतंकवाद के खिलाफ भारत की ज़ीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।


📌 भारत की रणनीति स्पष्ट: अब निंदा नहीं, कार्रवाई होती है

Operation Sindoor ने पाकिस्तान को यह संदेश दे दिया है कि अब भारत केवल “निंदा” नहीं करता, वह आतंक के घर में घुसकर उसे नेस्तनाबूद करता है।

डोकलाम, बालाकोट, सर्जिकल स्ट्राइक 2016, और अब ऑपरेशन सिंदूर — ये सभी घटनाएं एक ही सिद्धांत पर आधारित हैं — भारत अब चुप नहीं रहेगा।

सैन्य श्रेष्ठता और तकनीकी बढ़त का परिचय है ऑपरेशन सिंदूर

ऑपरेशन सिंदूर केवल एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की सैन्य श्रेष्ठता, रणनीतिक कुशलता और अत्याधुनिक तकनीकी क्षमताओं का जीवंत प्रदर्शन था। इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि भारत अब केवल रिएक्टिव राष्ट्र नहीं रहा, बल्कि प्रो-एक्टिव, प्री-सिसिव और प्रिसिजन-स्ट्राइक की नीति पर काम करता है। भारतीय सशस्त्र बलों ने ड्रोन स्वार्म्स, सैटेलाइट-गाइडेड वेपन्स, AI-नियंत्रित टारगेटिंग सिस्टम और मल्टी-डोमेन कोऑर्डिनेशन जैसी क्षमताओं का सफल उपयोग करते हुए यह संदेश दिया है कि भारत अब हर मोर्चे पर तकनीकी रूप से पाकिस्तान से कई कदम आगे है। ये केवल बम नहीं थे, यह रणनीति थी — जिसे गढ़ा गया था 21वीं सदी की सैन्य सोच के साथ।

अब भारत न तो पारंपरिक युद्ध का मोहताज है और न ही कूटनीतिक “कड़ी निंदा” तक सीमित — अब भारत जवाब नहीं देता, भारत संदेश देता है।

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