प्रॉपटी डीलर मनीष गुप्ता Murder Case: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस की झूठी कहानी की पोल खोली
मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हुई हत्या Murder Case में रामपुर निवासी प्रसिद्ध आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने गोरखपुर जिला अधिकारी एसएसपी एवं संबंधित थाने के विरुद्ध राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में केस दर्ज कराया है।
गुप्ता की पीट पीटकर हत्या किए जाने के मामले में गोरखपुर के डीएम-एसएसपी और संबंधित थाना पुलिस के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केस दर्ज कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक आयोग ने रामपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान के प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया है।
#कानपुर-मृतक व्यापारी मनीष की पत्नी मीनाक्षी को कानपुर विकास प्राधिकरण में मिलेगी OSD की नौकरी : सूत्र https://t.co/7VN83OdAWR
— News & Features Network (@mzn_news) September 30, 2021
गोरखपुर पुलिस की पिटाई से हुई कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। रामपुर के नादरबाग मढ़ैया निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखा जिसमें कहा है कि गोरखपुर के इस चर्चित प्रकरण में पुलिस लीपा-पोती की कोशिश कर रही है।
जबकि मनीष गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसकी झूठी कहानी की पोल खोलकर रख दी है। आपको बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मनीष के सिर, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं। मनीष के सिर के अगले हिस्से पर तेज प्रहार किया गया। जिससे उनके नाक के पास से खून बह रहा था।