Shadi Anudan Yojana के तहत नए दिशा-निर्देश जारी, अब मिलेगा तेज और पारदर्शी लाभ!
मुजफ्फरनगर। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, श्री शक्ति सरन श्रीवास्तव ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है, जिसके तहत पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित पिछड़ी जात Shadi Anudan Yojana (अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग को छोड़कर) के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यह योजना, जो समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए बनाई गई है, अब और भी ज्यादा सरल और पारदर्शी हो गई है।
2024-25 से लागू होने वाले इन नए दिशा-निर्देशों के तहत, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के उन परिवारों को मदद मिल सकेगी, जिनकी सालाना आय 1,00,000/- रुपये से कम है। खास बात यह है कि इस योजना के तहत अब केवल पात्र व्यक्ति ही आवेदन कर सकेंगे, जिससे शासन का उद्देश्य सही लाभार्थियों तक अनुदान पहुंचाना है।
क्या है नया दिशा-निर्देश?
Shadi Anudan Yojana में नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अब केवल वही परिवार इस योजना का लाभ उठा सकेंगे, जिनकी सालाना आय शहरी क्षेत्र में 1 लाख रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख रुपये से कम हो। इसके अलावा, इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदकों को कुछ अनिवार्य दस्तावेज़ों को एकत्रित करना होगा, जिनमें आधार कार्ड, अपडेटेड आधार लिंक मोबाइल नंबर, बैंक खाता (डीबीटी से लिंक), जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, शादी का कार्ड, और वर-वधू के आयु से संबंधित प्रमाण पत्र शामिल हैं।
इसके साथ ही, आवेदक को अपनी और अपनी पुत्री की आधार लिंक जानकारी से लेकर अन्य जरूरी प्रमाणपत्र ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करना होगा। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आवेदक को पहले पोर्टल पर अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा, और फिर आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के जरिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
इस योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। आवेदकों को किसी भी अन्य माध्यम से आवेदन नहीं किया जा सकेगा। आवेदन करने के बाद, आवेदक के सारे दस्तावेज़ स्वचालित रूप से पोर्टल पर अपडेट हो जाएंगे, जैसे कि नाम, पिता का नाम, आयु, फोटो और अन्य विवरण। इससे न केवल प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया है कि केवल पात्र आवेदकों के आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।
आवेदन पत्र में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, जैसे कि आयु या जाति से संबंधित दस्तावेज़ों में गलत जानकारी देने पर आवेदन पत्र स्वतः अस्वीकृत हो जाएगा। इसके अलावा, इस योजना के तहत एक परिवार को अधिकतम दो पुत्रियों की शादी के लिए अनुदान मिलेगा।
योजना के लिए पात्रता शर्तें
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ खास पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं। सबसे पहले, वर और वधू दोनों की आयु शादी के समय 18 वर्ष और 21 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, योजना का लाभ केवल उन परिवारों को मिलेगा जिनकी आय सरकारी मानकों के अनुसार निर्धारित सीमा से कम है।
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों को वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले आवेदन करना होगा, क्योंकि किसी भी वित्तीय वर्ष के बाद, पिछले वर्ष की कोई भी अप्राप्त राशि अगले वर्ष में नहीं जोड़ने दी जाएगी।
तेज और पारदर्शी प्रक्रिया
नई दिशा-निर्देशों के तहत, इस योजना की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल किया गया है, जिससे आवेदन प्रक्रिया को बहुत तेज और पारदर्शी बनाया गया है। अब आवेदक घर बैठे ही पोर्टल के माध्यम से अपने आवेदन को अपडेट कर सकते हैं और इसकी स्थिति की ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
ऑनलाइन प्रक्रिया में कोई भी कागजी कार्रवाई नहीं करनी होती, जिससे समय की बचत होती है और भ्रष्टाचार के रास्ते भी बंद हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त, इस योजना के तहत जो लाभ मिलेगा, वह सीधे बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से जमा किया जाएगा, जिससे धन के हेरफेर की संभावना भी खत्म हो गई है।
क्या है इस योजना का उद्देश्य?
शादी अनुदान योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को आर्थिक मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपनी बेटियों की शादी के लिए जरूरी खर्च उठा सकें। सरकार का मानना है कि इस योजना के माध्यम से, गरीब परिवारों को एक सकारात्मक कदम आगे बढ़ाने में मदद मिल सकेगी।
यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए कारगर साबित हो सकती है, जो अपनी बेटी की शादी के लिए उच्च खर्चों के चलते दबाव महसूस करते हैं। इसके माध्यम से सरकार शादी की तैयारी के लिए कुछ अतिरिक्त सहायता प्रदान करती है, जिससे परिवारों को आर्थिक बोझ कम हो सके।
कैसे प्राप्त करें अधिक जानकारी?
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। कार्यालय भूतल विकास भवन, मुजफ्फरनगर में स्थित है और यह किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। यहां पर आपको योजना के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकती है और किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त की जा सकती है।
शादी अनुदान योजना के नए दिशा-निर्देशों से न केवल प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, बल्कि यह गरीब और पिछड़े वर्ग के परिवारों को मजबूत आर्थिक सहारा देने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का फायदा उठा सकेंगे।
सरकार द्वारा लागू की गई ये नई दिशा-निर्देशों को देखकर उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में इस योजना का लाभ और अधिक परिवारों तक पहुंचेगा। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अभी आवेदन करें और अपने परिवार को इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ दिलवाएं!