बकाया गन्ना भुगतान लिखित आश्वासन: जेल जाने से बचे
जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय बकाया गन्ना भुगतान के प्रति गम्भीर है जिसका उदाहरण आज सुबह उनके जनता दर्शन के समय देखने को मिला जब जिलाधिकारी प्रात 9 बजे अपने कार्यालय में जनसम्सयाए सुन रहे थे। उसी समय उत्तम शुगर मिल के अधिकारी शुगर प्रमोशन पोलिसी की फाईल पर जिलाधिकारी के हस्ताक्षर कराने पहुंचे। जिलाधिकारी ने फाईल देख उनसे किसानो के बकाया गन्ना भुगतान के सम्बन्ध में पूछा तो उन्होने बताया कि 55 करोड रूपये अभी बकाया है। जिलाधिकारी ने गन्ना अधिकारी से भी इसकी पुष्टि की। जिस पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनो को आफिस में ही बैठा लिया और बकाया गन्ना भुगतान होने तक कार्यालय में ही बैठे रहने के निर्देश दिये। उन्होने उनकी गिरफ्तारी के लिए नगर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिये।
अब आया ऊंट पहाड के नीचे, या तो बकाया गन्ना भुगतान करे या जेल जाने को हो जाए तैयार
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मिल अधिकारियों के छूटे पसीने, बकाया गन्ना भुगतान के लिखित आश्वासन पर जेल जाने से बचे
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जिस पर मिल के दोनो अधिकारी पसीना पसीना हो गये और जिलाधिकारी से क्षमा मांगने लगे। जिलाधिकारी ने उनकेा भुगतान किये जाने के लिखित आश्वासन पर माफ किया। उन्होने लिखित आश्वासन दिया कि सोमवार को किसानों का 5 करोड का बकाया भुगतान किया जायेगा। मिल अधिकारियेां ने बताया कि शनिवार हेाने के कारण आज भुगतान में परेशानी है परन्तु सोमवार को भुगतान अवश्य हो जायेगा।
जिलाधिकारी ने किसानों का भुगतान होने तक मिल अधिकारियों द्वारा लाई गई फाईलों को बन्धक बनाते हुए नगर मजिस्ट्रेट की अभिरक्षा में दे दिया। उन्होने कहा कि जब तक भुगतान नही होगा फाईलें नही दी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि मिल को भुगतान अवश्य करना होगा नही तो 24 जून को शुगर प्रमोशन पाॅलिसी के प्रपत्र जमा करने की तारीख निकल जायेगी। जिससे मिल को शुगर प्रमोशन पाॅलिसी मिलने वाले पैसे के क्षीण होने की सम्भावना है।
इससे पूर्व भी जिलाधिकारी द्वारा समय समय पर चीनी मिलो के विरूद्व कार्यवाही की गई है। उन्होने कहा कि बकाया गन्ना भुगतान होने तक यह कडी कार्यवाही जारी रहेगी। किसानो का उत्पीडन बर्दाश्त नही किया जायेगा। उनके बकाया गन्ना भुगतान को शीघ्र कराना सुनिश्चत करे।