Zydus Cadila: देश को मिली है एक और वैक्सीन जाइकोव-डी, आपात इस्तेमाल को मंजूरी
एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के बाद Zydus Cadila के द्वारा तैयार किए गए तीन डोज वाले वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया((DCGI)) ने आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। करीब 28000 हजार लोगों पर जाइकोव-डी का ट्रायल किया गया और ट्रायल के परिणाम भी काफी अच्छे आए थे।
"जाइडस कैडिला के दुनिया के पहले डीएनए-आधारित 'ज़ीकोव-डी' वैक्सीन की मंजूरी भारत के वैज्ञानिकों के अभिनव उत्साह का प्रमाण है। वास्तव में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है," पीएम @narendramodi https://t.co/EXa2t7sKBA
— News & Features Network (@mzn_news) August 20, 2021
भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने जाइडस कैडिला की तीन डोज वाली कोरोना वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’ के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दिए जाने की सिफारिश की थी। गुरुवार को जाइडस कैडिला के आवेदन पर चर्चा के बाद समिति ने जाइकोव-डी के तीन डोज वाले वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने के लिए भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया को सिफारिश भेजी गई थी।
भारतीय कंपनी जाइडस कैडिला ने बीते एक जुलाई को टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने को लेकर आवेदन किया था। कंपनी का दावा है कि 50 से अधिक जगहों पर जाइकोव-डी का ट्रायल किया गया जो सबसे बड़ा सबसे क्लिनिकल ट्रायल है।
ट्रायल की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना टीका जाइकोव-डी को 12 साल से 18 साल के बच्चों के लिए भी सुरक्षित पाया गया और करीब 66 फीसदी तक प्रभावी बताया गया।
इस वैक्सीन के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि बिना सुई की मदद के भी यह वैक्सीन लोगों को दी जा सकती है। इस वैक्सीन को मशीन की मदद से लोगों के शरीर में पहुंचाई जा सकती है। यह पहली प्लाज्मिड वैक्सीन है जिसे बिना सुई वाले इंजेक्टर से दिया जाएगा।