New variants of corona से बढ़ी परेशानी,17 दिसंबर से शुरू होना है भारत का South Africa दौरा
South Africa में दहशत पैदा करने वाले कोविड-19 के नए स्वरूप के कारण भारत के अगले महीने के दौरे को लेकर चिंता पैदा हो गई है. हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कोई भी फैसला सरकार की सलाह पर आधारित होगा.
इंडिया-ए टीम ब्लोमफोंटेन में तीन अनाधिकृत टेस्ट मैच खेलने के लिये अभी दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर है, जिसे अनिश्चित परिस्थितियों में बीच में ही रद्द किया जा सकता है. क्योंकि विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ी अभी दक्षिण अफ्रीका से बाहर निकलना चाहते हैं. खराब मौसम के कारण पहला मैच शुक्रवार को ड्रॉ पर खत्म हुआ जबकि दूसरा मैच 29 नवंबर से खेला जाएगा. टीम अभी बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) में है और मैच दर्शकों के बिना खेले जा रहे हैं.
भारत की सीनियर टीम को 17 दिसंबर से शुरू होने वाले अपने लगभग सात हफ्ते के दौरे में तीन टेस्ट, तीन वनडे और चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं. ये मैच चार स्थानों जोहानिसबर्ग, सेंचुरियन, पार्ल और केपटाउन में खेले जाएंगे.
बीसीसीआई के सूत्रों ने शुक्रवार को पीटीआई से कहा, “अभी इंतजार करिये. हम सरकार की सलाह पर अमल करेंगे.” विदेश मंत्रालय से जब दौरे और नये स्वरूप के सामने आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यह हमारे स्वास्थ्य अधिकारियों और नागरिक उड्डयन अधिकारियों के लिये एक और मसला है. यह परिस्थितियों पर आधारित है.”
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के उत्तरी हिस्से में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और टेस्ट सीरीज के कम से कम दो स्थल जोहानिसबर्ग और प्रिटोरिया (सेंचुरियन के करीब) इस नये स्वरूप की चपेट में आ सकते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड ने अपना वर्तमान दक्षिण अफ्रीकी दौरा रद्द करने का फैसला किया है. उसने यह कदम तब उठाया जबकि सेंचुरियन में दोनों टीमों के बीच पहला वनडे खेला जा रहा था. इसी स्थान पर अगले दो मैच भी खेले जाने थे.
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के अनुसार फैसला अगले दो दिन में किया जाएगा, क्योंकि नये स्वरूप के कारण यात्रा प्रतिबंध लागू हो गये हैं जिससे मेहमानों की यात्रा योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने कहा, सीरीज जारी रखने पर फैसला अगले 24 से 48 घंटों में किया जाएगा. अभी सभी उड़ान विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.
बीसीसीआई अधिकारी ने संकेत दिये कि भले ही खिलाड़ियों को मुंबई से जोहानिसबर्ग चार्टर्ड विमान से भेजा जाएगा, लेकिन बदली परिस्थितियों में उन्हें तीन या चार दिन के कड़े पृथकवास में रहना पड़ सकता है. उन्होंने कहा, पहले कड़े पृथकवास का कोई प्रावधान नहीं था, लेकिन निश्चित तौर पर खिलाड़ी बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) में रहेंगे.