एसएमएआरटी के सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने सोमवार को टॉरपीडो, एसएमएआरटी के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत 4 वां देश बन गया है और हाइपरसोनिक तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण कर रहा है।
मिसाइल अब ध्वनि की गति से 6 गुना गति से यात्रा करेगी रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 7 सितंबर को सुबह 11:03 बजे आयोजित अग्नि मिसाइल का उपयोग करते हुए स्क्रैमजेट इंजन (HTDV) के साथ हाइपरसोनिक टेस्ट डेमोंस्ट्रेटर वाहन के परीक्षण को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
अधिकारियों के अनुसार, भविष्य में उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए कम लागत वाले कारक के साथ प्रौद्योगिकी के कई नागरिक अनुप्रयोग भी हैं। सरकारी सूत्रों ने कहा कि परीक्षण का मतलब है कि DRDO के पास अगले 5 वर्षों में स्क्रैमजेट प्रौद्योगिकी के साथ एक हाइपरसोनिक मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता होगी।
यह पनडुब्बी रोधी युद्ध में स्टैंड-ऑफ क्षमता के लिए एक प्रमुख प्रौद्योगिकी सफलता साबित होगी।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं डीआरडीओ और अन्य हितधारकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।’
DRDO has successfully flight-tested Supersonic Missile assisted release of Torpedo, SMART. This will be a major technology breakthrough for stand-off capability in anti-submarine warfare. I congratulate DRDO & other stakeholders for the achievement: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/yERlr3elux
— ANI (@ANI) October 5, 2020

