उत्तर प्रदेश

Taj Mahal की सुरक्षा में बड़ा बदलाव: फायरिंग के बाद नया एसओपी, तीन थानों की पुलिस अलर्ट मोड पर

Taj Mahal, जिसे प्रेम की निशानी के तौर पर पूरी दुनिया पहचानती है, अब अपराधियों के निशाने पर भी आ गया है। हाल ही में ताजमहल के पश्चिमी गेट के पास फायरिंग की एक सनसनीखेज घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हिलाकर रख दिया। इस घटना के बाद प्रशासन ने फौरन हरकत में आते हुए ताजमहल की सुरक्षा में अहम बदलाव करने का फैसला लिया है। अब तक केवल रेड और यलो जोन तक सीमित सुरक्षा व्यवस्था को अब 500 मीटर से भी बाहर तक बढ़ाने की योजना बनाई गई है।

🔐 फायरिंग कांड के बाद बढ़ी चिंता, सुरक्षा पर उठे सवाल

आजमगढ़ के एक युवक द्वारा की गई फायरिंग की घटना ने ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। युवक ने ताजमहल के पश्चिमी गेट बैरियर से प्रवेश न मिलने पर गोली चला दी और फिर बड़ी ही आसानी से कार में बैठकर भाग निकला। चौंकाने वाली बात यह रही कि वह युवक थाना छत्ता, रकाबगंज, कमला नगर, एत्माद्दौला और एत्मादपुर की सीमाओं से होते हुए बिना किसी रोक-टोक के हाईवे और फिर एक्सप्रेस-वे से फरार हो गया।

💥 सुरक्षा व्यवस्था में पहली बार बड़ा बदलाव: एसओपी अब ताजमहल के बाहर भी

ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था फिलहाल तीन सुरक्षा चक्रों में बंटी हुई है:

🔴 रेड जोन:
ताजमहल परिसर के बिल्कुल अंदर का क्षेत्र, जहां सीआईएसएफ (CISF) की तैनाती है। यहाँ किसी भी आम व्यक्ति का प्रवेश बिना जांच के संभव नहीं होता।

🟡 यलो जोन:
ताज के पश्चिमी और पूर्वी गेट के बाहर का इलाका। यहां पर पुलिस और पीएसी की टीम रहती है। केवल अधिकृत पास रखने वाले वाहन ही प्रवेश कर सकते हैं।

🟢 500 मीटर से बाहर का क्षेत्र:
अब तक इस इलाके की जिम्मेदारी स्थानीय थाना पुलिस के पास थी। लेकिन अब प्रशासन की योजना है कि इस जोन में भी एक मजबूत एसओपी (Standard Operating Procedure) लागू की जाए।

👮‍♂️ एसओपी के तहत ये होंगे मुख्य बदलाव:

  • ताज सुरक्षा पुलिस, छत्ता, रकाबगंज और एत्माद्दौला थानों के साथ समन्वय बनाए रखेगी।

  • किसी भी घटना की तत्काल सूचना सभी संबंधित थानों को दी जाएगी।

  • एसओपी के अनुसार, तत्काल नाकेबंदी कर अपराधी की तलाश शुरू होगी।

  • ताज के आसपास रेड-यलो ज़ोन के बाहर भी फिक्स चेक प्वाइंट बनाए जाएंगे।

  • तीन थानों की पुलिस मिलकर त्वरित कार्रवाई करेगी।

🚔 डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने दिए कड़े निर्देश

डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने स्पष्ट किया है कि अब किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया, “पश्चिमी गेट के बैरियर से आगे का इलाका थाना छत्ता और रकाबगंज क्षेत्र में आता है। ताज सुरक्षा पुलिस इन दोनों थानों से लगातार संपर्क में रहेगी। किसी भी सूचना पर एक मिनट में तीनों थानों की पुलिस सक्रिय होकर कार्रवाई करेगी।”

📍 चेकिंग व्यवस्था होगी हाईटेक, सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी

प्रशासन की योजना है कि रेड-यलो जोन के बाहर भी हाई-रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। साथ ही, विशेष मौकों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इससे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वाहन की गतिविधि पर तुरंत नज़र रखी जा सकेगी। पुलिस को रीयल टाइम अलर्ट भेजने वाली तकनीक का उपयोग भी किया जाएगा।

📞 मैसेज मिलते ही एक्शन मोड में आएगी टीम

जैसे ही किसी घटना की सूचना मिलती है, सभी संबंधित थानों को अलर्ट भेजा जाएगा। एसओपी के अनुसार, तय समय में फोर्स को लोकेशन पर पहुंचना होगा और चेकिंग की कार्रवाई शुरू की जाएगी। एसओपी के तहत आपात स्थितियों में पुलिस कंट्रोल रूम से समन्वय कर रूट डायवर्जन और ट्रैफिक को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।

🛑 पुराने मामलों की होगी समीक्षा, सुरक्षा प्लान में सुधार

ताजमहल परिसर के आसपास अतीत में हुई आपराधिक घटनाओं की भी समीक्षा की जाएगी ताकि ये समझा जा सके कि किस प्रकार की सुरक्षा खामियां रह गई थीं। उन कमियों को दूर करने के लिए विशेषज्ञों की टीम एक नई प्लानिंग रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा किया जाएगा।

⚠️ हाईप्रोफाइल जगहों के लिए बनेगा अलग सुरक्षा प्रोटोकॉल

ताजमहल ही नहीं, बल्कि आगरा फोर्ट, सिकंदरा, मेहताब बाग जैसे अन्य पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए भी अब एक अलग प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है। इन स्थलों पर भी भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए SOP को विस्तृत रूप से लागू किया जाएगा।

📊 स्थानीय पुलिस की जवाबदेही होगी तय

ताजमहल के बाहर जोन में तैनात पुलिस की जिम्मेदारी भी अब तय कर दी गई है। किसी भी घटना के बाद संबंधित थाने की लापरवाही पाई जाती है, तो सीधे तौर पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिसकर्मियों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा और विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी।


Taj Mahal जैसी ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक का कोई स्थान नहीं है। हालिया फायरिंग की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था को हर स्तर पर और सख्त करने की ज़रूरत है। प्रशासन द्वारा उठाए गए यह कदम न सिर्फ ताजमहल को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि आने वाले समय में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भी एक भरोसेमंद वातावरण प्रदान करेंगे।

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