प्रदूषण पर एक समान और व्यावहारिक नीति बनाई जाएः प्रमोद कुमार
मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना में आंदोलन जनकल्याण के सदस्यों की बैठक हाजी जमशेद ग्राम प्रधान जौला के आवास पर संपन्न हुई। पूर्व प्रधान सुरेश मोचड़ी को कल्याण समिति खतौली व सावटू के पूर्व प्रधान आसींद्र को बुढ़ाना तहसील उपाध्यक्ष और राजेश राणा को कार्यकारी सदस्य मनोनीत किया गया।
आंदोलन जनकल्याण के संयोजक प्रमोद कुमार ने कहा कि उनकी लड़ाई समानता के अधिकार के संरक्षण और लोगों को भ्रष्टाचार से विमुक्त करने की है। भैंसाना चीनी मिल के गन्ना भुगतान पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि किस नियम के आधार पर मिल किसानों का गन्ना पेमेंट रोके बैठी है
जबकि अन्य मिलों ने ८० प्रतिशत से भी ज्यादा भुगतान कर दिया है। उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि गन्ना भुगतान हेतु सख्त कदम उठाया जाना चाहिए।
एनसीआर बनाम नान एनसीआर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कानूनी बाध्यताओं की गैरबराबरी से एनसीआर में उद्योग चलाना मुश्किल हो गया है। नान एनसीआर के साथ प्रतिस्पर्धा ने एनसीआर के भट्ठा उद्योग की कमर तोड़ दी है। किसानों के पुराने ट्रैक्टरों पर रोक लगाना और यहां के उद्योगों की अनदेखी को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो सरकार हमें एनसीआर से बाहर कर दें या प्रदूषण पर व्यावहारिक और एक समान नीति बनाए अन्यथा की स्थिति में वह महात्मा गांधी के रास्ते से संघर्ष का बिगुल बजाएंगे।
महानगरों का बढ़ता वाल्यूम प्रदूषण का जनक है और इस नीतिगत विफलता की वजह से एनसीआर को कठघरे में खड़ा करना उचित नहीं है। बैठक में बलराम तायल, हरेंद्र कुमार, सतीश प्रधान, मास्टर प्रवीण, करणवीर प्रधान, उम्र दराज प्रधान, पुरुषोत्तम प्रधान, नवाब प्रधान, रविकांत प्रधान मोमिन राणा, सुनील अहमद, कुशल, डिपू व प्रशांत राठी आदि मौजूद रहे।