अफगानिस्तान: तालिबान के साथ विराम की घोषणा
तालिबान के एलान के तुरंत बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने टि्वटर के जरिए घोषणा की कि सरकार शांति की पेशकश करती है। यह कदम तब उठाया गया है जब कुछ दिन पहले अमेरिका के शांति दूत जलमी खलीलजाद ने काबुल और दोहा की यात्रा की थी।
I welcome the ceasefire announcement by the Taliban. The Afghan government extends the offer of peace. As Commander in Chief I have instructed ANDSF to comply with the three-days truce and to defend only if attacked. Further details will be given in my speech tomorrow morning.
— Ashraf Ghani (@ashrafghani) May 23, 2020
खलीलजाद ने अपनी यात्रा के दौरान तालिबान और अफगान सरकार दोनों से हिंसा को कम करने तथा अंतर-अफगान वार्ता की ओर बढ़ने का अनुरोध किया था जो फरवरी में तालिबान के साथ हुए अमेरिका के शांति समझौते का अहम स्तंभ है।
तालिबान ने संघर्ष विराम की घोषणा करते हुए अपने नेता की ओर से ईद-उल-फित्र का एक संदेश दिया जिसमें कहा गया है कि आतंकवादी समूह शांति समझौते के लिए प्रतिबद्ध है और वह इस्लामिक व्यवस्था के तहत महिलाओं और पुरुषों के अधिकारों की गारंटी का वादा करता है।
तालिबान ने अपने आदेश में लड़ाकों को न केवल लड़ाई न करने बल्कि अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के साथ मित्रतापूर्वक व्यवहार करने का भी आदेश दिया है।
#BREAKING Afghan #Taliban announce three-day ceasefire starting Sunday: spokesman pic.twitter.com/pqwNZCo3vU
— AFP news agency (@AFP) May 23, 2020
शनिवार को जारी दिशा निर्देशों में तालिबान लड़ाकों को किसी भी स्थान पर दुश्मन पर हमला न करने लेकिन अगर कहीं भी दुश्मन की ओर से हमला होता है तो मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा गया है। आदेश में तालिबान के लड़ाकों को दुश्मन क्षेत्र में घुसने के खिलाफ भी आगाह किया गया है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इस घोषणा का स्वागत किया और सभी पक्षों से इस अवसर का लाभ उठाने और अफगानिस्तान के नेतृत्व में शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी दी।