10 साल बाद सिम कार्ड से पकड़ा गया नाबालिग से गैंगरेप में शामिल आरोपी
10 साल पहले नाबालिग से गैंगरेप में शामिल आरोपी फरार हो गया था। पुलिस से बचने के लिए वह अलग-अलग राज्यों में छिप रहा था। आरोपी काफी शातिर तरीके से पुलिस से बचने की कोशिश की लेकिन एक गलती की वजह से वह सलाखों के पीछे पहुंच गया। मोबाइल की वजह से पुलिस को उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
10 साल पहले मसूरी थाना क्षेत्र में पुलिस को गैंगरेप की खबर मिली थी। मामले में मौके पर पहुंची पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि दूसरा आरोपी मुर्शिद फरार हो गया था।
इसके बाद पुलिस लगातार मुर्शिद की तलाश कर रही थी। आरोपी पर 25000 रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया गया था। मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई थी।
लेकिन मुर्शिद पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। बताया जा रहा है कि मुर्शीद ने इस दौरान छिपने के लिए कई राज्यों का सहारा लिया। पहले वह तेलंगाना गया। हैदराबाद में छिपने के बाद वह महाराष्ट्र गया और यहां से वह बिहार के पूर्णिया चला गया। वहां पर वह छोटे-मोटे काम करने लगा। इस बीच उसने रंगदारी मांगने का भी काम किया, जिसमें वह साल 2014 में जेल चला गया। लेकिन गाजियाबाद पुलिस को इस बात की भनक नहीं लगी।