🔥 Amit Shah की बड़ी घोषणा: 8 मार्च से खुलेंगे मणिपुर के सभी रास्ते, सुरक्षा कड़ी, ड्रग माफियाओं पर कसेगा शिकंजा! 🔥
मणिपुर में लंबे समय से चली आ रही अशांति और हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। गृह मंत्री Amit Shah ने शनिवार को दिल्ली में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और सुरक्षा अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में भारतीय सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक के दौरान अमित शाह ने स्पष्ट किया कि 8 मार्च से मणिपुर के सभी बंद रास्ते खोले जाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि इस फैसले के खिलाफ किसी भी तरह की अव्यवस्था या हिंसा भड़काने की कोशिश की गई तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के बाद पहली अहम बैठक
बता दें कि जातीय हिंसा के चलते मणिपुर में 13 फरवरी 2025 से राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। राज्य में लगातार हो रही हिंसा में 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। हालात को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने इस बड़े कदम को उठाया था।
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद यह अमित शाह की पहली समीक्षा बैठक थी, जिसमें उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने, अवैध हथियारों के आत्मसमर्पण और ड्रग तस्करी के खात्मे पर कड़े निर्देश दिए।
सीमा सुरक्षा होगी और मजबूत, सभी प्रवेश स्थानों पर लगेगी बाड़
अमित शाह ने बैठक के दौरान मणिपुर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि राज्य से लगने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बाड़ लगाई जाए ताकि अवैध घुसपैठ और हथियारों की तस्करी को रोका जा सके।
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर में असम राइफल्स और अन्य सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई जाएगी ताकि राज्य में स्थायी शांति स्थापित की जा सके।
ड्रग माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई का ऐलान
अमित शाह ने बैठक में मणिपुर को ड्रग-फ्री बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में ड्रग्स का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क को खत्म करने और इसके पीछे काम कर रहे अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाई जाए।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, मणिपुर पूर्वोत्तर भारत में ड्रग्स की तस्करी का बड़ा हब बन चुका है। यहां से हेरोइन, ब्राउन शुगर और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी पड़ोसी देशों तक होती है। अमित शाह ने कहा कि अब ड्रग माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही बड़े स्तर पर कार्रवाई होगी।
मैतेई ग्रुप ने सौंपे अवैध हथियार, सरकार का कड़ा रुख बरकरार
मणिपुर में हिंसा के दौरान कई उग्रवादी गुटों और समूहों ने बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबलों के हथियार लूट लिए थे। इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को आदेश जारी किया था कि सभी लोग अवैध हथियार सात दिनों के भीतर पुलिस को सौंप दें।
इस आदेश के बाद अब तक 300 से अधिक हथियार वापस जमा कराए जा चुके हैं। सरकार ने यह भी साफ किया है कि जो लोग हथियार नहीं लौटाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मणिपुर में फिर लौटेगी शांति? सरकार के इन कदमों से उम्मीद
सरकार की इन सख्त नीतियों और फैसलों के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि मणिपुर में अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होंगे।
- 8 मार्च से सभी रास्ते खुलने के बाद व्यापार और आम जनजीवन पटरी पर लौटेगा।
- अवैध हथियारों के खिलाफ कार्रवाई से राज्य में अपराध और हिंसा पर रोक लगेगी।
- सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने से घुसपैठ और आतंकवादियों की गतिविधियों पर लगाम लगेगी।
- ड्रग्स के खिलाफ सख्त अभियान से युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाया जा सकेगा।
राजनीतिक हलकों में हलचल, विपक्ष की प्रतिक्रिया आई सामने
मणिपुर में अमित शाह के फैसलों पर विपक्ष ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस और अन्य दलों ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और कहा कि अगर सरकार ने पहले ही सख्त कदम उठाए होते तो हालात इतने खराब नहीं होते।
हालांकि, भाजपा सरकार ने दावा किया है कि वह हर हाल में मणिपुर को शांति की राह पर ले जाएगी। अमित शाह के इस फैसले से राज्य के लोगों को सुरक्षा, विकास और स्थिरता की नई उम्मीद मिली है।
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