यूरोप से अपनी वैक्सीन वापस लेगी AstraZeneca
AstraZeneca ने दुनिया भर से अपने टीकों को वापस लेने की बात कही है. एस्ट्राजेनेका कंपनी ने कहा है कि वह यूरोप से वो अपनी वैक्सीन वापस लेगी. बता दें यूरोप में एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन वैक्सजेवरिया नाम से दी जा रही है. जबकि, भारत में इसे कोविशील्ड के नाम से जाना जाता है.
AstraZeneca ने वैक्सीन वापसी की बात ऐसे समय में कही है जब हाल के दिनों में इसको लेकर बवाल मचा है. वैक्सीन से खून में थक्का जमने की संभावना जताई गई है. बता दें, भारत में भी अधिकांश लोगों को कोविशील्ड का ही टीका लगा है.
AstraZeneca ने दुनिया भर में अपनी कोविड-19 वैक्सीन की खरीद और बिक्री बंद करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि इससे पहले एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की कोर्ट में यह बात माना था कि इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जिसके खून का थक्का जमना शामिल है. इस कारण पीड़ित व्यक्ति को स्ट्रोक, दिल का दौरा जैसे गंभीर खतरे हो सकते हैं.
AstraZeneca कंपनी का कहना है कि यूरोप से टीकों को वापस मंगाने का कारण टीकों की अधिकता है. उनका कहना है कि अत्यधिक सप्लाई होने के कारण वैक्सीन की मांग काफी कम हो गई है. ऐसे में कंपनी ने फैसला किया है कि वो अपने टीकों को वापस लेगी. हालांकि कई लोगों ने वैक्सीन के खिलाफ मामले दर्ज किये हैं. उनका कहना है कि टीका लेने के बाद उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है.
AstraZeneca पर टीके के दुष्प्रभाव को लेकर 51 मामले दर्ज किए गए हैं. केस करने वाले लोगों के प्रतिनिधित्व लॉ फर्म ली डे ने कहा है कि 51 वादियों में शामिल 12 ने अपने प्रियजनों को खो दिया है. लॉ फर्म में साझेदार सारा मूर ने इस बारे में कहा है कि सभी वादियों के पास मृत्यु प्रमाण पत्र या मेडिकल साक्ष्य हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि टीके के कारण मौतें हुईं या शरीर को नुकसान पहुंचा. उन्होंने यह भी कहा कि एस्ट्राजेनेका को यह स्वीकार करने में एक साल लग गया कि उसके टीके ने यह नुकसान पहुंचाया, जबकि 2021 के अंत से क्लिनिकल समुदाय में यह तथ्य व्यापक रूप से स्वीकार कर लिया गया था.