Bareilly में हाई-प्रोफाइल मुठभेड़: 25 हज़ार के इनामी आरिफ उर्फ गुड्डा के दोनों पैर गोली से छलनी, दर्जनों मुकदमों वाले हिस्ट्रीशीटर को पुलिस ने नाटकीय अंदाज़ में दबोचा
Bareilly के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में बुधवार शाम ठीक चार बजे वह सब हुआ जिसकी उम्मीद पुलिस पिछले कई महीनों से कर रही थी। अपराध की दुनिया में अपने खौफ के लिए कुख्यात, 25 हजार रुपये के इनामी और हिस्ट्रीशीटर आरिफ उर्फ गुड्डा को पुलिस ने एक नाटकीय Bareilly encounter में पकड़ लिया। उसके दोनों पैरों में गोलियां लगीं, जबकि पुलिस सिपाही दीपक भी मुठभेड़ के दौरान घायल हो गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ बहादुरी का परिचायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि लंबे समय से फरार चल रहे अपराधियों पर अब ज़्यादा सख्त और बारीक नजर रखी जा रही है।
कौन है आरिफ उर्फ गुड्डा? 25 आपराधिक मामलों में वांछित और प्रेमिका की हत्या का आरोपी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आरिफ उर्फ गुड्डा, शाहजहांपुर के कटरा थाने का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर, जिसके खिलाफ 25 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
जुलाई में वह अपनी हिंदू प्रेमिका की गला दबाकर हत्या करने के मामले में वांछित घोषित किया गया था। घटना के बाद उसकी लोकेशन लगातार दिल्ली में ट्रेस हो रही थी, लेकिन वह बार-बार अपना ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा।
एसएसपी बरेली द्वारा उस पर ₹25,000 का इनाम भी घोषित किया गया था, पर वह गिरफ्त से दूर ही रहा।
Bareilly encounter ने अंततः उसकी महीनों पुरानी फरारी खत्म कर दी।
हत्याकांड का संवेदनशील मामला—पीड़िता के परिवार की रिपोर्ट से शुरू हुई लंबी तलाश
इंस्पेक्टर सीपी शुक्ला ने बताया कि पूरा मामला तब शुरू हुआ जब थाना बीसलपुर (पीलीभीत) के गांव रिछौला निवासी श्याम मुरारी ने अपनी बेटी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई।
महिला मूल रूप से बिथरी चैनपुर के झीरी मल्लपुर गांव की निवासी थी और पति पवन से विवाद के बाद अलग रह रही थी।
काफी समय से वह रामगंगानगर में आरिफ उर्फ गुड्डा के साथ सहमति से रह रही थी।
चार जुलाई को इसी घर में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत आरिफ के खिलाफ जांच शुरू कर दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
Bareilly encounter की सफलता ने इस संवेदनशील हत्याकांड को अब न्याय की दिशा में ले जाने का बड़ा रास्ता खोल दिया है।
Bareilly encounter का ड्रामेटिक घटनाक्रम—घेराबंदी, फायरिंग और पलभर में पलट गया खेल
बुधवार को पुलिस को सूचना मिली कि फरार आरिफ रामगंगानगर स्थित अपने किराए के कमरे से सामान लेने के लिए आया हुआ है।
यह सूचना मिलते ही बिथरी चैनपुर थाने की टीम सक्रिय हो गई और इलाके में घेराबंदी कर दी गई।
जैसे ही उसे पुलिस घेरते देखी, उसने सेक्टर-11, पंचवटी एन्क्लेव के पास पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
फायरिंग में सिपाही दीपक गोली लगने से घायल हो गया।
इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, और Bareilly encounter के दौरान आरिफ के दोनों पैरों में गोलियां लगीं।
वह वहीं गिर पड़ा और पुलिस ने उसे दबोच लिया।
एक पल के भीतर जिस बदमाश को महीनों से पकड़ा नहीं जा रहा था, वह इस मुठभेड़ में काबू आ गया।
बरामदगी—तमंचा, कारतूस, बाइक और 300 रुपये मिले
घटनास्थल से पुलिस ने—
315 बोर का तमंचा
दो जिंदा कारतूस
एक खोखा
एक बाइक
300 रुपये नकद
बरामद किए।
पूछताछ में आरिफ ने बताया कि वह दिल्ली में छिपा हुआ था, लेकिन पुलिस के दबाव से वह बिहार के किशनगंज में अपनी ससुराल चला गया था।
वहीं से वह मौका देखकर बरेली वापस आया, लेकिन Bareilly encounter उसका पूरा खेल खत्म कर गया।
एसपी उत्तरी की पुष्टि—25 केस वाला हिस्ट्रीशीटर पुलिस के हत्थे चढ़ा
एसपी उत्तरी मुकेश मिश्रा ने बताया कि बिथरी चैनपुर पुलिस ने Bareilly encounter के बाद इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है।
आरिफ के खिलाफ हत्या, लूट, धमकी, अवैध हथियार रखने सहित लगभग 25 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की पुष्टि भी अधिकारियों ने की है।
उन्होंने कहा कि पुलिस टीम की तत्परता, सटीक योजना और साहसिक कार्रवाई से यह गिरफ्तारी संभव हो सकी।
अपराध की दुनिया में आरिफ का बढ़ता प्रभाव खत्म—Bareilly encounter ने कई मामलों में दिलाई राहत
स्थानीय पुलिस का मानना है कि आरिफ जैसी खूंखार प्रवृत्ति के अपराधियों का पकड़ा जाना इलाके की सुरक्षा के लिए बड़ी राहत है।
उसका नेटवर्क शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत से लेकर दिल्ली तक फैला हुआ था।
कई महीनों से दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार की टीमों के लिए वह चुनौती बना हुआ था।
Bareilly encounter के बाद—
हत्या के केस में पीड़ित परिवार को राहत
स्थानीय अपराधियों में डर
पुलिस की सक्रियता पर भरोसा
फरार अपराधियों पर दबाव
जैसे सकारात्मक प्रभाव साफ दिख रहे हैं।
Bareilly encounter के बाद अगला चरण—पुलिस की गहन पूछताछ, नेटवर्क की तलाश और अन्य केसों की पड़ताल
पुलिस अब उसके पुराने संपर्कों, छिपने के ठिकानों, दिल्ली और किशनगंज में बने नेटवर्क की जांच कर रही है।
इस बात की भी पड़ताल होगी कि हत्या के बाद उसे किसने शरण दी, वह लगातार पुलिस से कैसे बचता रहा और क्या उसके अन्य साथी भी किसी घटना में शामिल हैं।
उसके डिजिटल ट्रेस, कॉल डिटेल, मोबाइल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया एक्टिविटी सभी को जब्त करके जांच शुरू हो चुकी है।
अपेक्षा है कि Bareilly encounter न सिर्फ वर्तमान केस, बल्कि उसके अन्य दर्ज मामलों में भी नए खुलासों का रास्ता खोलेगा।

