बेतवा व जामनी नदी उफान पर, कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात
झांसी से खजुराहो फोरलेन एनएच 76 मार्ग बेतवा नदी पर बना पुल महज एक माह से चालू हुआ था। आज प्रातः काल करीब 5 बजे बरुआसागर से जा रही सब्जी से लदी गाड़ियों के काफिले की गाड़ी धंसी तो चालकों में हड़कंप मच गया जिसकी सूचना पीएनसी विभाग को हुई तो आनन-फानन में बेतवा पुल की दूसरी साइट को चालू करवाया गया। यही नहीं पीएनसी कंपनी की घटिया सामग्री की पोल खुल गई है बेतवा नदी पर बने पुल का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ था।
अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेतवा नदी के पुल का उद्घाटन करने वाले थे। कि दो-तीन दिन पहले हुई तेज बारिश से पुल के पिछला हिस्सा 6 इंच गहरा व 15 फुट लंबाई में सड़क धंस गई है।
पुन निर्माण कंपनी व जिला प्रशासन के होश उड़ गए हैं। यह बेतवा नदी पुल व सड़क को 2 माह पूर्व झाँसी से निवाड़ी तक खोला गया था। फोरलेन सड़क झांसी से खजुराहो तक कार्य प्रगति पर है। बेतवा नदी पुल की घसने की घटना से यह प्रतीत होता है कि एनएच 76 मार्ग की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए। बेतवा पुल का कुछ हिस्सा घसने से लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं जोरों पर हैं। बेतवा नदी का जलस्तर भी काफी तेज बह रहा है। पीएनसी कंपनी ने बेतवा नदी के पुल की दूसरी साइड खोल दी है। क्षतिग्रस्त साइड बंद कर दी है।
तेज बारिश और माताटीला बाँध से 1 लाख 49 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतबा व जामनी नदी उफान पर है। आसपास बसे गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं। दोनों नदियों के पुलों पर पानी होने की स्थिति में टापू के रूप में तब्दील हुए सिंह पुरा गांव के 11 माह के बीमार बच्चे को होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ की टीम ने मंगलवार को रेस्क्यू कर बाहर निकाला और उपचार के लिए झांसी भेजा। पिछले पाँच दिनों से प्रदेश सहित क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के चलते बेतबा व जामनी नदी उफान पर है ओरछा पृथ्वीपुर मार्ग पर स्थित दोनों नदियों के पुलों पर करीब 5 फीट पानी बह रहा है।