Prajwal Revanna के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने हाल ही में बड़ा एलान किया है जिसमें उन्होंने सैकड़ों महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी Prajwal Revanna के खिलाफ कठोर कार्रवाई की घोषणा की है। उन्होंने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने का भी ऐलान किया है, जिससे प्रज्वल को भारत वापस लाने के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है। इस घटना ने समाज में बड़ी हलचल मचा दी है और इसके आसपास बहुत सारी चर्चाएं हो रही हैं।
यौन उत्पीड़न जैसे मुद्दे समाज के लिए बहुत ही गंभीर और चिंताजनक हैं। इससे न केवल व्यक्ति के अधिकारों का हनन होता है, बल्कि समाज के मानवीय मूल्यों और नैतिकता पर भी गहरा असर पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप समाज में विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान का माहौल प्रभावित होता है।
इस घटना से सामाजिक और नैतिक सवाल भी उठते हैं। क्या हमारे समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं? क्या यहां तक कि उच्च पदों पर होने वाले ऐसे घटनाओं से समाज के नैतिकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं? इन सवालों के जवाब खोजने के लिए हमें समाज की मानसिकता और सोच को समझने की आवश्यकता है।
गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर ने कहा कि ‘सेक्स स्कैंडल’ की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) इस बात पर फैसला करेगा कि Prajwal Revanna को कैसे वापस लाया जाए. मंत्री ने कहा, पहले ही ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है. इंटरपोल सभी देशों को सूचित करेगा और उनका पता लगाएगा.
मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी के काम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि टीम अपना काम कर रही है और उसने शिकायतों पर कानून के मुताबिक काम किया है. उन्होंने अपहरण के एक मामले में हिरासत में लिए गए प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना का जिक्र करते हुए कहा कि इसने ‘आरोपी’ को गिरफ्तार कर लिया है. प्रज्वल के पिता एवं जद (एस) विधायक एच डी रेवन्ना छेड़छाड़ और अपहरण के आरोपों का सामना कर रहे हैं, जिन्हें एसआईटी ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें उनके बेटे प्रज्वल के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े अपहरण मामले में गिरफ्तार किया गया है. कोर्ट द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज किए जाने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कर्नाटक के ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने के बारे में बताया है, जिसमें राजग के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। इस मामले में अपराधिक अभियोजन की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया है, जो प्रज्वल को कैसे वापस लाया जाए उस पर फैसला करेगा। डॉ. परमेश्वर ने इंटरपोल से मदद लेने की भी बात कही है ताकि प्रज्वल को भारत वापस लाया जा सके।