जापान के ओसाका शहर में corona का संक्रमण बेकाबू: अस्पतालों में बेड की किल्लत
corona संक्रमण की वजह से ओसाका के अस्पतालों में बेड की किल्लत हो गई है। साथ ही मरीजों को वेंटिलेटर के लिए भी तरसना पड़ रहा है। तेजी से फैलते संक्रमण की वजह से जुलाई में होने वाले ओलंपिक खेलों पर भी खतरा मंडरा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को जापान की यात्रा ना करने की सलाह दी है।
जापान के दूसरे बड़े शहर ओसाका में कोरोना का संक्रमण तेज गति से फ़ैल रहा है। जापान में कोरोना की वजह से हुई कुल मौतों में करीब 30% मौतें ओसाका प्रान्त में ही हुई है।
जबकि इस प्रांत में पूरे देश की सिर्फ 7 आबादी रहती है। बीते सप्ताह में गुरुवार के दिन ओसाका में 3,849 नए मामले दर्ज किए गए जो पिछले दिनों की तुलना में काफी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिटिश वैरिएंट की वजह से जापान में मामले काफी तेजी से बढ़ने लगे हैं।
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार ओसाका के अस्पतालों में करीब 4 फीसदी बेड ही खाली है। तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से कई अस्पतालों में दवाइयों के स्टॉक भी ख़त्म हो चुके हैं। कई अस्पताल वेंटिलेटर की कमी से भी जूझ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार तेजी से बढ़ते मामलों की वजह से ओसाका की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। साथ ही डॉक्टरों ने जुलाई में होने वाले ओलंपिक खेलों को टालने की सलाह दी है।
जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों को लेकर स्थानीय नागरिक काफी गुस्से में हैं। जापानी नागरिक सरकार से खेलों को टालने की मांग कर रहे हैं। वहीं ओलंपिक खेलों को टालने से जापान को भारी नुकसान हो सकता है। एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार अगर जुलाई में होने वाले खेल रद्द किए जाते हैं
तो जापान को करीब 1.23 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। जुलाई में होने वाले ओलंपिक खेलों में करीब 80000 लोगों के भाग लेने की संभावना है। स्थानीय नागरिकों को डर है काफी बड़ी संख्या में विदेशी लोगों के आने से जापान में संक्रमण और तेजी फ़ैल सकता है। इसलिए स्थानीय नागरिक ओलंपिक खेलों का विरोध कर रहे हैं।
इसी बीच कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों और गृह विभाग ने अमेरिकी नागरिकों को यात्रियों को जापान की यात्रा ना करने की सलाह कर दी है। हालांकि अमेरिकी नागरिकों को जापान की यात्रा करने से प्रतिबंधित नहीं किया गया है। अमेरिका ने कहा है कि टीका लेने वाले यात्रियों में भी कोरोना संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है इसलिए जापान की यात्रा करने से बचा जाए।