आम नागरिक सड़कों में गड्ढों से त्रस्त
मुजफ्फरनगर। नगर की अनेक सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। इसी कड़ी में नगर की सबसे व्यस्ततम सड़कों में शामिल किये जाने वाली सड़क सर्कुलर रोड पर जाट इंटर कालेज के सामने स्थित एक गड्ढा हादसों का सबब बन गया है। बार-बार चेताने के बावजूद भी प्रशासन व नगर पालिका की ओर से किसी प्रकार की इसे लेकर कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिसके चलते आए दिन यहां पर इसके कारण हादसे होते रहते हें। गनीमत यह है कि अब तक किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। सर्कुलर रोड पर स्थित जाट इंटर कालेज के सामने पंवार ट्यूबवैल कंपनी के पास सड़क पर बना तीन बाई तीन का गड्ढा हादसों का कारण बनता जा रहा है। या कहे की मौत का सबब बनता जा रहा है। यह लगभग १२ इंच गहरा है।
इसके कारण दूर से आने वाला दोपहिया वाहन चालक इसे देख नहीं पाता, पास आने पर जैसे ही वाहन चालक ब्रेक लगाता है, तो पीछे से आ रहा दूसरा बड़ा वाहन उसे अपनी चपेट में ले लेता है। वह अचानक ब्रेक नहीं लगा पाता। इसी प्रकार का हादसा आज दोपहर हुआ। जब एक स्कूटी सवार द्वारा गड्ढे को देखकर अचानक से ब्रेक लगाये गये, तभी पीछे से आ रहे एक बड़े वाहन ने उसे पीछे से ठोंक दिया। जिसके बाद वाहन चालक दूर जा गिरा। गनीमत यह रही कि उसे ज्यादा चोट नहीं लगी। यह तो दिन की बात है।
रात्रि में तो यह पूरी तरह से मौत का सबब बन जाता है। अक्सर छोटे वाहन इसका शिकार होते रहते हैं। यदि समय रहते इसे प्रशासन या नगर पालिका के द्वारा नहीं भरा गया, तो वह दिन दूर नहीं, जब यहां एक बड़ा हादसा भी हो सकता है। इसका साफ कारण है कि इस मार्ग पर कई छोटे-बड़े स्कूल-कालेज हैं, जिनमें हजारों छात्रा-छात्राएं दोपहिया वाहन पर सवार होकर आते-जाते हैं। अभी तक गनीमत है कि अभी तक इस गड्ढे के कारण लोगों को चोटें तो बहुत आयी हैं, लेकिन किसी प्रकार की जनहानि नहीं हो सकी है। वहीं दूसरी ओर सरवट फाटक पर नाले के उपर के ढक्कन को खुला छोड़ रखा गया है काफी दिनों से। जिसके कारण आए दिन हादसा होने का भय लगा रहता है। शहर में प्रवेश करने को लेकर परिक्रमा मार्ग के बाद एकमात्रा सरवट पफाटक ही है। यहां पर बागोवाली की ओर के ग्रामीण क्षेत्रों सहित लाइन के नीचे के सभी मौहल्लों पूर्व की ओर के लोग भी शहर जाने को इसी मार्ग का प्रयोग करते हैं। फाटक बंद होने पर यहां पर लंबी-लंबी लाइन लगती है। दिन में ही इस खुले मैन हॉल के कारण हादसे का भय बना रहता है, रात्रि की तो क्या बात की जाए। रात्रि में तो यह दिखाई भी नहीं देता।