चौ० राकेश टिकैत ने आयुष डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त करने का आह्वान किया
मुजफ्फरनगर। धर्मेन्द्र मलिक मीडिया प्रभारी भाकियू ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ० राकेश टिकैत ने आज तीन दिन से चल रही आयुष डॉक्टरों की हड़ताल का संज्ञान लेते हुए आयुष डॉक्टरों की संस्था नीमा व आयुष संगठन के पदाधिकारियों व आसापास के डॉक्टरों को घर पर बुलाकर उनकी परेशानी जानकर हड़ताल समाप्त करने का आह्वान किया।
आयुष डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पिछले तीन दिन से ग्रामीण क्षेत्रों व शहरी क्षेत्र के गली-मौहल्ले के मध्यमवर्गीय, मजदूर किसान काफी परेशानी का सामना करना पड रहा था।
चौ० राकेश टिकैत के आह्वान पर आयुष डॉक्टरों ने हड़ताल वापसी की घोषण कर क्लीनिक खोलने का आश्वासन दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी रात के १२ बजे भी इन्हीं डॉक्टरों के द्वारा प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जाती है।
सरकार के पास ग्रामीण क्षेत्रों में अपना कोई चिकित्सीय साधन नहीं है। चौ० राकेश टिकैत जी ने कहा कि कोविड-१९ के चलते हर वर्ग विपरीत परिस्थितियों में अपना योगदान कर रहा है।
इस महामारी में आयुष चिकित्सकों का भी योगदान है। कोविड-१९ के चलते जब सरकारी अस्पताल व निजी अस्पताल उपचार करने में आनाकानी कर रहे थे। ऐसी परिस्थिति में भी आयुष चिकित्सकों ने अपनी सेवा को जारी रखा।
इनके योगदान को कम करके नहीं आंका जा सकता है। जिला प्रशासन को भी बताना चाहतें हैं कि बातचीत के माध्यम से आयुष चिकित्सकों की समस्याओं का समाधान किया जाए।
कोविड-१९ की नियमावली का पालन करने के बावजूद भी प्रशासन अगर किसी भी आयुष चिकित्सक के खिलाफ दण्ड़ात्मक कार्यवाही करता है, तो इसके विरूद्ध चिकित्सक नहीं भारतीय किसान यूनियन आन्दोलन करेगी। प्रशासन से भी अपील है कि भाकियू पदाधिकारियों की उपस्थिति में जल्द से जल्द आयुष चिकित्सकों के साथ वार्ता कर इस समस्या का समाधान करें।
चौ० राकेश टिकैत जी से आयुष संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० हारून रसीद, सचिव डा० एस०एम० रेहान, नीमा के कोषाध्यक्ष डा० नादिश फारूकी, डा० अबरार ईलाही, डा० जावेद, डा० जमशेद, चरथावल से डा० साजिद त्यागी, खतौली से अब्दुल कय्यूम, मिमलाना रोड से डा० नितिन प्रताप, डा० सुनील शर्मा, डा० शमीम, सरवट से डा० महताब हसन, डा० इमरान, शाहीद आलम पूर्व नगराध्यक्ष भाकियू, राशिद कुरैशी पूर्व नगर महामंत्री भाकियू, सूजडू से डा० मुजीब आदि सैंकडों डॉक्टर उपस्थित रहे।