पत्रकार के भाई के साथ हुए विवाद मे,पुलिस ने विपक्षियो से सांठगाठ कर विकलांग सहित भाई को भेजा जेल
सहारनपुर/थाना नागल की सीमा में रहने वाले एक विकलांग पत्रकार को उसके भाई सहित पुलिस द्वारा दर्ज एक झूठे मामले जेल भेजने एवं पीड़ित पत्रकार की पत्नी की रिपोर्ट नागल पुलिस द्वारा दर्ज न किये जाने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर को दिये प्रार्थना पत्र मे विपक्षी द्वारा मिलकर उसके पति को झूठा फंसाने का आरोप लगाया
नागल पुलिस कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करना भारी पडा पत्रकार को
उसने बताया कि उसके पति विकलांग पत्रकार हैं जिसका पूरी तरह उत्पीड़न किया गया, और जेल भेज दिया पीड़िता ने बताया कि नागल क्षेञ में उसके पति पत्रकार इखलाक अहमद 30 मार्च 2020 को लगभग सुबह 10:00 बजे अपनी गली के बाहर खड़ा किसी मामले की कवरेज कर रहा था
नागल @saharanpurpol की @CMOfficeUP पोर्टल पर शिकायत करना भारी पडा पत्रकार को. पत्रकार के भाई के साथ हुए विवाद मे विपक्षियो से सांठगाठ कर विकलांग पत्रकार सहित उसके भाई को भेजा जेल.पीड़ित पत्रकार की पत्नी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर से की कार्यवाही की मांग @digsaharanpur pic.twitter.com/j4gzRzRlA8
— News & Features Network-Regional News (@mzn_news) June 15, 2020
उस वक्त मेडिकल स्टोर मालिक के अलावा अन्य कोई व्यक्ति वहां मौजूद नहीं था। कि अचानक नागल थाने की एक जीप वहां आकर रुकी जिसमें मोजूद उपनिरीक्षक साजिद, अमित मान, रोहित ने आते ही पत्रकार की टांगों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी,जब इखलाक ने स्वम को पत्रकार बताया, पञकार ने अपना परिचय पञ तक दिखाया
तथा ऐसा करने कि पुलिस से जब वजह पुछी गई तो पुलिस ने उक्त पञकार के साथ गाली ग्लोच करते हुए उसे धमकी दे डाली कि हम किसी परिचय पत्र को नहीं मानते ऐसे परिचय पत्र कूड़े मे पडे बहुत मिल जायेंगे।
पीड़ित पत्रकार ने एसएसपी, जिलाधिकारी सहारनपुर,तथा मुख्यमंत्री पोर्टल पर प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई बावजुद इसके कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं हुई,और उल्टा पीड़ित पत्रकार पर समझौते के लिए पुलिस ने दबाव बनाना प्रारंम्भ कर दिया। जब पीड़ित पत्रकार ने समझौता नहीं किया
पीड़ित पत्रकार की पत्नी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर से की कार्यवाही की मांग
तो अगले दिन पत्रकार के भाई के साथ पड़ोस मे ही विवाद में पुलिस द्वारा विपक्षीगण को प्रभाव में लेकर कई संगीन धाराओं मे झूठा मुकदमा दर्ज कर पीड़ित पत्रकार को उसके भाई सहित जेल में भेज दिया गया। पीड़ित पत्रकार द्वारा एसएसपी डीएम वह मुख्यमंत्री तक को न्याय की गुहार लगाई थी,बावजूद इसके पुलिस समझौते का दबाव बनाने के विकलांग पञकार के साथ क्या कुछ किया नही होगा।
पीड़ित पत्रकार व उसके भाई के जेल जाने के बाद,विपक्षीगण भारी संख्या मे इकट्ठे होकर आएं और पत्रकार की पत्नी सना के साथ घर मे घुस कर बदतमीजी की और कपड़े फाडे तथा गंदी गंदी गालियां देकर वहां से फरार हो गये
जब इस घटना कि सूचना पत्रकार की पत्नी नागल थाने देने पहुंची तो पुलिस ने उसे थाने से ही डरा धमकाकर भगा दिया। जिस पर प्रार्थिया ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर को कार्यवाही के लिए प्रार्थना पत्र दिया