Sambhal स्थित इंडिया फ्रोजन फूड्स कंपनी पर आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई: 400 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा, अवैध पशु कटान भी सामने आया
Sambhal जिले में आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी ने एक और गंभीर टैक्स चोरी का पर्दाफाश किया है, जिसमें करीब 400 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। यह कार्रवाई संभल स्थित इंडिया फ्रोजन फूड्स कंपनी पर की गई, जिसके ठिकानों पर चार दिन तक छानबीन की गई। विभाग ने इस दौरान कई बोगस कंपनियों के दस्तावेज, करोड़ों रुपये की नकदी, अवैध रूप से रखे गए पशु काटने के प्रमाण, और अन्य संदिग्ध दस्तावेज़ों को बरामद किया है।
यह छापेमारी बृहस्पतिवार को समाप्त हुई और अधिकारियों के मुताबिक, यह आयकर विभाग की सबसे बड़ी छापेमारी मानी जा रही है, जिसमें कई अहम सुराग मिले हैं, जो कंपनी की बड़ी धोखाधड़ी को उजागर करते हैं।
400 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी और बोगस कंपनियों का खुलासा
आयकर विभाग की छापेमारी में कई संदिग्ध दस्तावेजों का खुलासा हुआ है। बोगस कंपनियों के दस्तावेज, जिनके माध्यम से करोड़ों रुपये का लेन-देन हो रहा था, अधिकारियों ने बरामद किए हैं। इसके अलावा, चार करोड़ रुपये के जेवरात, दो करोड़ रुपये से अधिक नकदी, और अघोषित खातों की डायरियां भी टीम ने बरामद की हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह राशि अवैध तरीके से पशु कटान और नकद लेन-देन के लिए उपयोग की जा रही थी, जिसका खुलासा जांच के दौरान हुआ। इस दौरान कंपनी के संचालकों ने इन बोगस कंपनियों के मालिकों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी, जिससे अधिकारियों का शक और पुख्ता हो गया।
अवैध पशु कटान का बड़ा मामला
यह छापेमारी यह भी दर्शाती है कि इंडिया फ्रोजन फूड्स कंपनी द्वारा अवैध रूप से पशु कटान किया जा रहा था। अधिकारियों को कई ऐसे बूचड़खाने मिले, जहां अस्वीकृत पशुओं का कटान किया जा रहा था। कंपनी द्वारा अनुमति से अधिक पशु कटान किए जा रहे थे, जो कानूनन अपराध है। इसके अलावा, अधिकारियों ने बूचड़खानों के बुरे हालात की भी पुष्टि की, जिससे यह साफ होता है कि कंपनी के संचालन में गंभीर लापरवाही और अवैध गतिविधियाँ चल रही थीं।
बड़ी कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों की हरकतें संदिग्ध
आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान कई कर्मचारी अपने दस्तावेज और मोबाइल फोन छोड़कर फरार हो गए, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें जल्द ही पकड़ लिया। कुछ कर्मचारियों ने अधिकारियों से बयान देने से भी मना कर दिया और अपनी जान का खतरा बताया, जिससे यह और भी संदिग्ध हो गया। इसके बावजूद, आयकर विभाग के अधिकारियों ने रात-दिन की मेहनत से छानबीन जारी रखी और 20 से ज्यादा घरों में जाकर अलमारियों को तोड़कर दस्तावेजों को बरामद किया।
कंपनी के संचालकों से होगी दोबारा पूछताछ
आयकर विभाग ने बुधवार को कंपनी के संचालकों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे, लेकिन अब बरामद दस्तावेजों की जांच के बाद, इन सभी व्यक्तियों से फिर से पूछताछ की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इन सबकी पूरी जांच की जाएगी और दूसरी बार उन्हें नोटिस भेजकर तलब किया जाएगा।
छापेमारी के दौरान सुरक्षा बलों का सहयोग
इंडिया फ्रोजन फूड्स कंपनी के ठिकानों पर छापे के दौरान, कुछ अज्ञात लोग अधिकारियों का पीछा करने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, संभल पुलिस ने तत्काल अतिरिक्त फोर्स भेजी, और उनकी निगरानी में कार्रवाई की गई। पुलिस की मदद से सभी ठिकानों पर सख्त सुरक्षा की गई, ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति वहां से भाग न सके और साक्ष्य को नष्ट न कर सके।
देश के टैक्स सिस्टम में गहरी काली साजिशों का खुलासा
यह छापेमारी एक उदाहरण है कि कैसे देश में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी और अवैध गतिविधियां चल रही हैं। इन घटनाओं से साफ जाहिर है कि देश में बोगस कंपनियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर आर्थिक अपराध किए जा रहे हैं, जो न केवल टैक्स चोरी को बढ़ावा देते हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी कमजोर करते हैं। इसके अलावा, अवैध पशु कटान और काले धन की खेप की मौजूदगी इस बात की पुष्टि करती है कि कुछ कंपनियां देश के कानूनी ढांचे से पूरी तरह बाहर चल रही हैं।
आयकर विभाग का संदेश: कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी
आयकर विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि देश के भीतर किसी भी तरह के टैक्स चोरी और अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रखी जाएगी। विभाग ने कंपनियों और व्यापारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संभल स्थित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई से बड़ी चर्चा
यह मामला देशभर में बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह सिर्फ एक कंपनी का मामला नहीं है, बल्कि यह देश में अवैध वित्तीय गतिविधियों, बोगस कंपनियों और आतंकवादी कृत्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रतीक है।

