Kanpur News: Piyush Jain गिरफ्तार, एजेंसी ने 187.45 करोड़ रुपये वसूल किए
Kanpur News: कारोबारी पियूष जैन (Piyush Jain) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पियूष जैन शिखर पान मसाला के लिए परफ्यूम कंपाउंड की आपूर्ति करता था। कानपुर के व्यवसायी पीयूष जैन को कथित रूप से जीएसटी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। DGGI ने उसके परिसर से 200 करोड़ से अधिक जब्त किए हैं।
इत्र कारोबारी Piyush Jain गिरफ्तार हो चुका है। उसे रविवार की शाम को गिरफ्तार किया गया। पिछले दो दिनों से वह कथित रूप से डीजीजीआई की टीम की हिरासत में था। कहा जाता है कि डीजीजीआई ने कानपुर और कन्नौज में उसके घरों से 250 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है। कहा जा रहा है जैन इतना शातिर था कि उसके पड़ोसियों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके पड़ोस में इतना बड़ा खजाना है।
जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) अहमदाबाद ने उत्तर प्रदेश में कन्नौज जिले के ओडोकेम इंडस्ट्रीज के प्रमोटर, इत्र व्यवसायी पीयूष जैन के कारखाने और आवास से 10 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की है।
Piyush Jain के पास से कथित रूप से बरामद कुल 187.45 करोड़ रुपये नकदी मिली है। तलाशी के दौरान बरामद की गई नकदी को सीजीएसटी अधिनियम की धारा 67 के प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि डीजीजीआई और लोकल सेंट्रल जीएसटी की संयुक्त टीम ने कन्नौज में जैन की फैक्ट्री से 5 करोड़ रुपये बरामद किये है।
इसके अलावा जैन के कन्नौज स्थित आवास से 5 करोड़ रुपये और बरामद किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, कानपुर के बाद वे जैन को उनके कारखाने और कन्नौज स्थित आवास पर ले गए, जिसमें 10 करोड़ रुपये की नकद वसूली हुई।
रविवार सुबह तक एजेंसी ने जैन के परिसरो से कुल 187.45 करोड़ रुपये वसूल किए थे। यह भी कहा जा रहा है कि डीजीजीआई ने करोड़ों का बेहिसाब कच्चा माल और तैयार उत्पाद बरामद किया है। जैन की फैक्ट्री से बेहिसाब चंदन का तेल, करोड़ों का इत्र जब्त किया गया है। जैन से लंबी पूछताछ और उसका बयान दर्ज करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक तलाशी के पहले दिन जब डीजीजीआई और लोकल सेंट्रल जीएसटी की टीम जैन के परिसर में पहुंची, तो वह भाग गया और जांच अधिकारियों के कई कॉल पर दो घंटे बाद लौटकर आया। माना जा रहा था कि जैन अपने खास लोगों और ‘वकीलों’ से सलाह लेने के बाद वापस लौटा था।
सूत्रो का कहना है कि पूछताछ के दौरान Piyush Jain काफी समय तक अधिकारियों को इधर उधर घुमाता रहा। जिसमें उसने यह भी कहा यह नकदी उनके रिश्तेदारों और भाइयों की है। लेकिन क्रास एग्जामिन में ये बातें गलत साबित हुईं। सभी ने जैन की बात का खंडन कर दिया। यह केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के इतिहास में सबसे बड़ी नकद जब्ती बताई जा रही है।