भारत-आस्ट्रेलिया: चीन के खिलाफ मोर्चाबंदी और रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए करार
हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के खिलाफ मोर्चाबंदी और रक्षा सहयोग बढ़ाने के साथ एक-दूसरे के सैन्य अड्डों का इस्तेमाल के लिए भारत-आस्ट्रेलिया के बीच बृहस्पतिवार को करार हुआ।
आस्ट्रेलियाई पीएम मॉरिसन ने जी-20 समेत अन्य मंचों पर रचनात्मक और सकारात्मक भूमिका के लिए पीएम मोदी की सराहना की। कोरोना वायरस से निपटने के लिए उनकी वैश्विक पहल को आगे बढ़ाने के जज्बे को सलाम किया।
https://twitter.com/lindareynoldswa/status/1268456148698411008?s=20
मॉरिसन ने कहा, भारत ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता के लिए सराहनीय काम किया है। उन्होंने उम्मीद जताई की पीएम मोदी के साथ यह बातचीत दोनों देशों के रिश्तों को एक नया आयाम देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन के बीच हुए पहले वर्चुअल सम्मेलन में दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने वाले सात समझौते हुए हैं।
A new model of India-Australia partnership, a new model of conducting business.
Met my dear friend, PM @ScottMorrisonMP over India-Australia Virtual Summit.
We had an outstanding discussion, covering the entire expanse of our relationship.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 4, 2020
वर्चुअल सम्मेलन में पीएम मोदी और मॉरिसन ने कोरोना महामारी, आपसी सहयोग और हिंद महासागर के मुद्दे पर चर्चा की। नए समझौते के बाद अब दोनों देशों की सेना हिंद प्रशांत क्षेत्र में एक-दूसरे के ठिकानों का इस्तेमाल हथियारों की मरम्मत और आपूर्ति के लिए कर सकेंगी।
दरअसल, चीन के खिलाफ मोर्चाबंदी के लिए भारत ऐसा ही करार अमेरिका, फ्रांस और सिंगापुर के साथ पहले ही कर चुका है। इसके अलावा भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच साइबर, तकनीक, खनन और खनिज, सैन्य तकनीक, पेशेवर शिक्षा और जन संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए छह करार हुए हैं।
नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने पर सहमति जताते हुए कहा, शांति और स्थिरता बहाली में आतंकवाद सबसे बड़ी बाधा है। इसे जड़ से खत्म करना होगा। आतंकी गतिविधियों को किसी कीमत पर नजरंदाज नहीं किया जा सकता। दोनों ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन की मांग की। इसके अलावा नौसेना सहयोग, डब्ल्यूटीओ में सुधार और कोरोना वायरस से निपटने में भी सहयोग का वादा किया।
मॉरिसन ने कहा, मैं आप की झप्पी को बहुत मिस कर रहा हूं। हालात ठीक होते ही मिलने आऊंगा। पीएम मोदी ने भी कहा, हमारी आज की मुलाकात आपकी भारत यात्रा का स्थान नहीं ले सकती। एक मित्र के नाते मेरा आपसे आग्रह है कि स्थिति सुधरने के बाद आप शीघ्र सपरिवार भारत आएं और हमारा आतिथ्य स्वीकार करें।

