जवानों का हौसला बढ़ाने अचानक लेह पहुंचे पीएम मोदी, सीडीएस जनरल रावत भी साथ
भारत-चीन तनाव के बीच जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे। साथ में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का काफिला भी है। पीएम मोदी ने सीमा पर अग्रिम मोर्चे निमू का जायजा लिया। वह अचानक ही आज सुबह लेह पहुंच गए थे।
यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। निमू करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है जो सबसे कठिन परिस्थिति वाली जगह मानी जाती है। ये जगह जांस्कर रेंज से घिरी हुई है।
गलवां घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत के वीर सपूतों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव को आंच नहीं आने देंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है।
माँ भारती के वीर योद्धाओं के बीच हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी श्री @narendramodi जी का लद्दाख में उपस्थित होना, एक ऐतिहासिक घटना है। pic.twitter.com/uk7thOhN1r
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) July 3, 2020
अचानक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति की पूरी जानकारी दी।
सीडीएस जनरल रावत आज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ तीनों सेनाओं की तैयारियों का जायजा लेंगे। साथ ही सीमा पर तनाव कम करने की प्रक्रियाओं के बारे में भी वह जानकारी लेंगे।
जनरल रावत सेना प्रमुख के तौर पर चीनी सेना के समक्ष खड़े रहे चुके हैं। वर्ष 2017 में दोकलम में 73 दिनों तक भारतीय सेना चीनी सेना के समक्ष डटी रही थी।
प्रधानमंत्री का अचानक लेह पहुंचना चीन और पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है। तनातनी के बीच लेह पहुंच कर उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे असली कमांडर हैं
जो मुश्किल वक्त में जरूरत पड़ने पर फ्रंट में आने से नहीं चूकते। लेह में प्रधानमंत्री ने आईटीबीपी, वायु सेना और थल सेना के जवानों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की और वरिष्ठ अधिकारियों से मौजूदा हालात के बारे में जानकारी ली।
#WATCH: लद्दाख में स्थित निमू में सैनिकों के बीच दिखें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
Posted by News & Feature Network: Regional News on Friday, July 3, 2020
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा- भारत और चीन सीमा पर तनाव दूर करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत कर रहे हैं। किसी भी पक्ष को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए कि इस जगह पर हालात और बिगड़े।
