जानसठ: बीजेपी के पूर्व विधायक ने तहसीलदार पर उठाया थप्पड़, कोतवाल ने कराया बीच-बचाव, डीएम बेखबर
जानसठ। तहसील दिवस में लंबे इंतजार के बाद डीएम फरियादियों की समस्याएं सुनने के नाम पर पहुंचे, लेकिन देरी होने के कारण 2-4 शिकायत सुनकर फरियादियों को वहां से भगा दिया गया। वहीं एक पूर्व विधायक ने तहसीलदार को अपशब्द कहते हुए सरेआम थप्पड़ उठाया, इतने में कोतवाल डीके त्यागी दोनों के बीच आ गए, उसके बाद डीएम नाश्ता करके चलते बने, लंबा इंतजार करने के बाद फरियादी मायूस होकर वापस अपने घरों को लौट गए।
तहसील दिवस में 59 शिकायतें आई, जिनमें से केवल 5 का ही निस्तारण कराया गया और बाकी फरियादियों को वहां से भगा दिया गया, जिस कारण फरियादी मायूस होकर वापस लौट गए और कुछ फरियादी इधर-उधर अपनी फरियाद लेकर भटकते रहे, लेकिन डीएम वहां से नाश्ता करके जल्दी से ही निकल गए। इस दौरान तहसील दिवस में एसएसपी अभिषेक यादव, एसडीएम जयेंद्र कुमार, डीएसपी शकील अहमद, थाना प्रभारी डीके त्यागी आदि अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील दिवस में 59 शिकायतें आई, जिनमें से केवल 5 का ही निस्तारण कराया गया और बाकी फरियादियों को वहां से भगा दिया गया, जिस कारण फरियादी मायूस होकर वापस लौट गए और कुछ फरियादी इधर-उधर अपनी फरियाद लेकर भटकते रहे, लेकिन डीएम वहां से नाश्ता करके जल्दी से ही निकल गए। @CMOfficeUP
— News & Features Network (@mzn_news) August 8, 2021
फरियादी बोले:ऊपर खुदा मालिक, नीचे पैसा मालिक: तहसील दिवस में न्याय की उम्मीद लेकर आए फरियादी बोले अधिकारियों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है और अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं है, ऊपर खुदा मालिक है और नीचे पैसा मालिक है, जिसको अपनी समस्याओं का निस्तारण कराना हो तो वह अधिकारियों की जेब गर्म कर दो और जिस पर पैसा ना हो तो वह चुप होकर घर बैठ जाओ अब उसका खुदा ही फैसला करेगा।
पिता की मृत्यु के बाद वारिसो के नाम चढ़ाने को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक 2 साल से काट रहे हैं, तहसील के चक्कर:दो बार रहे विधायक रहे वरिष्ठ नेता सुरेश तितौरिया अपनी समस्याओं को लेकर दो साल से तहसील के चक्कर काट रहे है।
समाधान होता न देख आज उन्होंने तहसीलदार को जमकर खरी खोटी सुनाई, तो मारपीट की नौबत आ गई। जानसठ कोतवाल ने किसी तरह से दोनों का बीच बचाव कराया, लेकिन हंगामा होने पर भी डीएम ने बाहर आकर देखना तक गवारा नहीं समझा। बाद में आश्वासन देकर पूर्व विधायक को शांत किया गया। इस हंगामे को लेकर वहां काफी देर तक हंगामा होता रहा।