Muzaffarnagar News:श्री राम कथा मे भाव विभोर हुए श्रद्धालु
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News) झांसी की रानी के समीप स्थित सनातन धर्म सभा भवन मे श्री रामनवमी उत्सव के उपलक्ष मे चल रही श्री राम कथा मे कथा व्याय ब्रिजेश पाठक ने कथा के आज प्रथम दिन लक्ष्मण के सम्बन्ध विस्तार से बताया कि लक्ष्मण अपने ज्येष्ठ भ्राता श्रीराम की छाया की भांति सदैव उनके साथ रहते थे तथा दिनरात उनकी सेवा मे लगे रहते थे।
उन्होने लक्ष्मण की पत्नि उर्मिला के बारे मे भी बताया कि वो त्याग की मुर्ति थी। पूरी रामायण मे उर्मिला का त्याग सर्वोत्तम रहा। जब राम के साथ लक्ष्मण वन जाने लगे। तब भी उर्मिला ने अपना धैर्य नही खोया तथा सभी सासु माताओं की सेवा करना स्वीकार किया। इस प्रसंग से हमे यह शिक्षा लेनी चाहिए कि बहु को जैसे अपने माता-पिता प्यारे हैं,उसी प्रकार अपने सास ससुर के प्रति प्यार व सम्मान की भावना होनी चाहिए।
उन्होने आगे कहा कि यह तो कहना आसान है कि हम प्रभु के हैं,प्रभु हमारे हैं। परन्तु मनुष्य संसार को नही छोडता तथा संसार मे आसक्त होकर भगवान को भूल जाते हैं। यदि मनुष्य अपना सवर्स्थ प्रभु के चरणो मे समर्पित कर दे तो उसे किसी भी चीज की आवश्यक्ता नही है। उसकी पूर्ति भगवान स्वयं करते हैं।
उन्होने कहा कि बिना लक्ष्मण के राम अधूरे हैं। रामायण का प्रत्येक चरित्र हमे कोई ना कोई शिक्षा प्रदान करता है। रामायण हमे आदर्श जीवन जीने की कला सिखाती है।
कथा से पूर्व संस्था के अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता,मंत्री दीपक मित्तल, पूर्व अध्यक्ष साधूराम गर्ग,प्रचार मंत्री अजय कुमार गर्ग,सतीश गर्ग,श्याम लाल बंसल,अर्जुन अग्र्रवाल, रमेश चन्द केडिया, संतोष शर्मा,श्यामलाल स्वामी आदि अनेको गणमान्य व्यक्तियो ने महाराज श्री को पुष्प भेंट कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया।