महाराष्ट्र में जगह-जगह मंदिरों को फिर से खोलने के लिए भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन
महाराष्ट्र में जगह-जगह मंदिरों को फिर से खोलने के लिए भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ता मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर और शिरडी स्थित साईं बाबा मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी बीच, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर उनसे पूछा है कि उन्हें कोई दिव्य प्रेम प्राप्त हुआ है या वो धर्मनिरपेक्ष हो गए हैं।
इसके जवाब में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उन्हें राज्यपाल से हिंदुत्व का पाठ पढ़ने की जरूरत नहीं है। वहीं, भाजपा नेता प्रसाद लाड को पार्टी कार्यकर्ताओं संग हिरासत में लिया गया है।
#WATCH Maharashtra: BJP leader Prasad Lad detained along with other party workers by police during a protest outside Siddhivinayak temple in Mumbai.
BJP is organising demonstrations across the state today, demanding re-opening of all temples for devotees. pic.twitter.com/Q0U2hZm6Ie
— ANI (@ANI) October 13, 2020
प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने भारी पुलिस बल और बैरिकेडिंग होने के बावजूद मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने ऐसा होने नहीं दिया। जल्द ही प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस की तरफ से किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
भाजपा नेता प्रवीण दारेकर ने कहा, राज्य में शराब की दुकानों को खोला गया है, यहां तक कि होम डिलीवरी तक का विकल्प दिया गया है। लेकिन जो लोग अपनी मानसिक शांति के लिए मंदिर जाना चाहते हैं, उनके बारे में कौन सोचेगा? सरकार छोटे व्यापारियों के बारे में नहीं सोच रही है जिनकी आजीविका मंदिरों पर निर्भर करती है। ये सरकार अहंकार से भरी हुई है।
वहीं, एक अन्य भाजपा नेता प्रसाद लाड ने कहा, हम मांग कर रहे हैं कि हमें सिद्धिविनायक मंदिर में प्रवेश करने दिया जाए। अगर वे हमें प्रवेश नहीं देते हैं, तो हम मंदिर में जाने के लिए अपना रास्ता बनाएंगे। यह एक अखिल महाराष्ट्र आंदोलन है क्योंकि हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द राज्य के सभी मंदिरों को फिर से खोल दिया जाए।
Mumbai: BJP workers protest outside Siddhivinayak temple against the state govt, demanding that all temples in Maharashtra should be re-opened for devotees.
Protesters try to enter the temple amidst heavy police deployment & barricading pic.twitter.com/LZD8yTOObA
— ANI (@ANI) October 13, 2020
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का आग्रह किया है। राज्यपाल ने कहा है कि एक जून से राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का एलान किया गया था, लेकिन चार महीने बीत चुके हैं, इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है।
राज्यपाल ने कहा, यह विडंबना है कि सरकार ने एक तरफ बार और रेस्तरां को खोल दिया है, लेकिन दूसरी तरफ मंदिर जैसे धार्मिक स्थानों को नहीं खोला गया है। आप हिंदुत्व के मजबूत पक्षधर रहे हैं। आपने भगवान राम के लिए सार्वजनिक रूप से अपनी भक्ति व्यक्त की।
इसमें कहा गया है कि मुझे आश्चर्य है कि आपको मंदिरों को नहीं खोलने के लिए कोई दिव्य प्रेम प्राप्त हो रहा है या फिर आप धर्मनिरपेक्ष हो गए हैं। यह एक ऐसा शब्द है, जिससे आप नफरत करते हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया जा रहा है। कार्यकर्ता शिरडी साईं बाबा मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी मांग है कि राज्य भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं को फिर से पूजा-अर्चना करने दी जाए।
भाजपा नेता प्रसाद लाड को पार्टी कार्यकर्ताओं संग हिरासत में लिया गया है। इनके नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा था। भाजपा की मांग है कि महाराष्ट्र के सभी मंदिरों को खोला जाए।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा सीएम उद्धव को लिखी गई चिट्ठी पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा है कि जैसा कि अचानक से लॉकडाउन को लागू करना सही नहीं था, एक बार में इसे पूरी तरह से रद्द करना भी अच्छी बात नहीं होगी। और हां, मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो हिंदुत्व का अनुसरण करता है, मेरे हिंदुत्व को आपसे सत्यापन की आवश्यकता नहीं है।
As imposing lockdown all of a sudden was not right, revoking it completely at once will also be not a good thing. And yes, I am someone who follows Hindutva, my Hindutva doesn't need verification from you: Maharashtra CM Uddhav Thackeray (in file photo) replies to Governor https://t.co/Tw26tZ2r6B pic.twitter.com/VgCSXnhTlh
— ANI (@ANI) October 13, 2020
शिवसेना के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने संविधान में उल्लिखित धर्मनिरपेक्षता शब्द के वास्तविक अर्थ को ध्यान में रखते हुए, गंभीर कोरोना स्थिति के चलते मंदिरों को नहीं खोलने का निर्णय ले रही है। इसलिए, राज्यपाल का पत्र साबित करता है कि वह भारत के संविधान का पालन करने के लिए तैयार नहीं हैं।