Rajasthan: अवैध खनन पर शिकंजा-साधु आत्मदाह केस के बाद कोटा, जोधपुर और बीकानेर वृत्त में ताबड़तोड़ कार्रवाइयां
Rajasthan: डीग इलाके में खनन रोकने की मांग को लेकर बीते दिनों साधु विजय दास की ओर से किये गये आत्मदाह केस के बाद राजस्थान में अवैध खनन (Illegal mining) पर शिकंजा कसने की कार्रवाई तेज कर दी गई है. इसके चलते आलम यह है बीते चार दिनों में ही अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ राजस्थान में करीब 190 मामले दर्ज किये जा चुके हैं. इसके साथ ही 180 वाहन-मशीनरी को जब्त कर 50 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम एवं जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि माइंस विभाग पुलिस और प्रशासन से समन्वय बनाते हुए राजस्थान में अवैध माइनिंग गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है. विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे स्थानीय स्तर पर समन्वय बनाते हुए अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करें. विभाग के अतिरिक्त निदेशक नरेन्द्र कोठ्यारी को इस अभियान की मॉनिटरिंग के लिए राज्य स्तरीय प्रभारी अधिकारी बनाया गया है.
Rajasthan में पिछले चार दिनों में अवैध खनन गतिविधियों को लेकर विभिन्न थानों में लगभग 60 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है. उदयपुर में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. प्रदेश में सर्वाधिक 60 प्रकरण उदयपुर वृत्त में में दर्ज किए गए हैं. जयपुर में 53 प्रकरण दर्ज हुए हैं. समूचे प्रदेश में अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ अभियान चलाकर समन्वित कार्रवाई की जा रही है.
डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर वृत के 60 प्रकरणों में से एसई उदयपुर की ओर से 18 प्रकरण दर्ज कर 9 एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. राजसमंद में 32 प्रकरणों में 30 एफआईआर दर्ज कराकर 32 वाहन जब्त किये गये हैं. भीलवाडा में 10 प्रकरणों में 8 एफआईआर दर्ज कराई गई है.
अतिरिक्त निदेशक कोटा के निर्देशन में एसएमई कोटा और भरतपुर एमई के नेतृत्व में कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर में 30 प्रकरण दर्ज करने के साथ ही 31 वाहन जब्त किये गये हैं. जोधपुर में एसएमई और टीम की ओर से 30 प्रकरणों में 3 एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही 25 वाहन जब्त किये गये हैं.