Baghpat के सानिया हत्याकांड में दिल दहला देने वाला खुलासा: परिवार ने की बेटी की हत्या
Baghpat जिले के पलड़ा गांव में हुई सानिया हत्या ने पूरे इलाके को दहलाकर रख दिया है। 15 जुलाई को अपने प्रेमी सागर के साथ हिमाचल प्रदेश गई सानिया की निर्मम हत्या में उसके ही परिवार के सदस्यों का नाम सामने आया है। प्रेमी के साथ हिमाचल में पकड़ी गई सानिया को उसके ताऊ मतलूब, चचेरे भाई सादिक और एक नाबालिग आरोपी ने मिलकर गला और मुंह दबाकर मार डाला। इस दर्दनाक मामले ने उत्तर प्रदेश के अपराध और परिवारिक द्वंद्व के जटिल पहलुओं को एक बार फिर उजागर किया है।
सानिया की हत्या में शामिल हैं परिवार के ही कई सदस्य
सागर के साथ हिमाचल में पकड़ी गई सानिया को उसके परिवार ने न केवल पकड़ कर जमकर पीटा, बल्कि उसके बाद जब वह वापस घर आई तो पूरी साजिश रची गई। हत्या के पीछे की पूरी कहानी पुलिस की जांच में धीरे-धीरे उजागर हुई है।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि नाबालिग आरोपी ने सानिया के पैर पकड़ रखे थे, जबकि उसके ताऊ मतलूब और चचेरे भाई सादिक ने मिलकर उसका गला और मुंह दबाकर हत्या कर दी। इस बीच सानिया के माता-पिता ने भी बेटी की जान बचाने के लिए गिड़गिड़ाकर प्रयास किया, लेकिन आरोपी लोगों ने उनकी बात नहीं मानी।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, पांच फरार
मृतका के ताऊ, चचेरे भाई और नाबालिग आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हत्या की साजिश में शामिल अन्य चार रिश्तेदार और एक नाबालिग अभी फरार हैं। फरार आरोपियों में मुजफ्फरनगर जिले के सुन्ना और असारा गांव के रिश्तेदार शामिल बताए गए हैं।
परिवार ने किया बर्बर अत्याचार, कब्रिस्तान में दबाया शव
जानकारी मिली है कि सानिया और उसके प्रेमी सागर को हिमाचल के ऊना जिले से जब पकड़ा गया तो उन्हें परिवार वालों ने जमकर पीटा। इसके बाद पलड़ा गांव में नलकूप पर बंधक बनाकर भी प्रताड़ित किया गया। इसके बाद 23 जुलाई को परिवार वालों ने कब्रिस्तान में जाकर सानिया का शव दबा दिया और ग्रामीणों को बताया कि वह टीबी से मर गई।
परिजन एसपी से शिकायत करने पर खुली हत्या की पोल
सानिया के प्रेमी सागर के परिवार ने इस पूरी घटना की सूचना पुलिस अधिकारियों को दी। दोघट पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। पूछताछ के बाद हत्या का असली सच सामने आया। इसके बाद एसडीएम और पुलिस बल के साथ कब्रिस्तान में जाकर शव निकाला गया और पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई, जिससे सबूतों की पुष्टि हुई।
हत्या की साजिश और जुड़ी बड़ी साजिश की गुत्थी
पुलिस की जांच से सामने आया कि हत्या की साजिश सिर्फ तीन-चार लोग नहीं बल्कि परिवार के कई सदस्य मिलकर रच रहे थे। सानिया के ताऊ, ताऊ के बेटे, चचेरे भाई, नाबालिग आरोपी के अलावा मुजफ्फरनगर के दो रिश्तेदार भी इसमें शामिल थे।
पूछताछ में यह भी पता चला कि हत्या के दौरान सानिया के पिता वलीस और उसकी पत्नी ने बेटी को बचाने के लिए बहुत कोशिश की, परंतु आरोपियों ने उनकी एक न सुनी और दहशत के बीच हत्या कर दी।
परिवारों में बढ़ता द्वंद्व और बेटियों की सुरक्षा का संकट
यह घटना उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी व्याप्त कुप्रथाओं, पारिवारिक विवाद और बेटियों की सुरक्षा की गंभीर समस्या को उजागर करती है। प्रेम और स्वातंत्र्य के नाम पर स्नेह और अपनत्व की बजाय यहां नफरत और हिंसा ने घरों को घेर रखा है।
सानिया हत्याकांड जैसे मामले समाज को यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि परिवार के अंदर ही लड़कियों की कितनी कम कद्र होती है, और कैसे वे अपने ही घर में सुरक्षित नहीं हैं।
कानूनी कदम और सामाजिक जागरूकता की जरूरत
हत्या जैसे जघन्य अपराधों में दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। साथ ही, परिवारों और समाज को बेटियों की इज्जत और स्वतंत्रता का सम्मान करना सिखाना जरूरी है। प्रशासन को इस तरह के मामलों में न केवल त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं कम हों।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। अभी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। डीएम और एसपी ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाएगी। पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच के बाद साक्ष्य पूरी तरह से एकत्रित किए जा रहे हैं ताकि दोषियों को किसी भी तरह की छूट न मिले।

