23 जिलों में जारी है तीसरे चरण का वैक्सीनेशन: शिक्षकों के वेतन से कटौती न की जाए: योगी आदित्यनाथ
कोरोना वायरस के चलते बंद स्कूल कॉलेज को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज साफ कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान द्वारा यदि विद्यार्थियों से शुल्क लिया गया है तो शिक्षकों के वेतन (Salary) से कटौती ना की जाए। आपदा के समय में किसी के वेतन से कटौती उचित नहीं है। वेतन का भुगतान समय पर किया जाए। शिक्षा से सम्बन्धित सभी विभागों द्वारा अपने अन्तर्गत संचालित शिक्षण संस्थानों में इस व्यवस्था का अनुपालन कराया जाए।
साथ ही उन्होंने आने वाले बरसात के महीनों में हर साल गोरखपुर में आने वाली इंसेफेलाइटिस (Encephalitis) बीमारी से निबटने के लिए अभी से इंतजाम करने को कहा है। सीएम ने कहा कि जुलाई माह से इंसेफेलाइटिस के मामले भी सामने आने लगते हैं।
इसे देखते हुए गोरखपुर सहित विभिन्न जनपदों में स्थापित इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (Encephalitis Treatment Center) को चालू किया जाए। उन्होंने पीकू की स्थापना की कार्यवाही को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ाने के साथ ही कहा कि इनके लिए पीडियाट्रिशियन्स, टेक्नीशियन्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ के प्रशिक्षण की कार्रवाई भी पीकू की स्थापना कार्य के साथ-साथ ही संचालित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधार है। इन्हें मजबूत बनाकर इन केन्द्रों पर आवश्यक मानव संसाधन, पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाया जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ-सफाई तथा रंगाई-पुताई कराई जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग (Health Department) तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग (Department of Medical Education) के तैयार भवनों का फिनिशिंग कार्य पूर्ण करा कर, उन्हें फंक्शनल किया जाए। स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यालय कार्य के लिए तैनात चिकित्सकों को फील्ड में तैनात किया जाए। अन्य विभागों में प्रतिनियुक्ति पर गए चिकित्सकों को वापस बुला कर क्षेत्र में तैनात किया जाए। मुख्यालय से सम्बद्ध चिकित्सकों को भी फील्ड में भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि विदेशी चिकित्सा शिक्षा संस्थानों से मेडिकल की डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं के सम्बन्ध में नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) से सलाह मशविरा कर एमबीबीएस के अन्तिम वर्ष के छात्रों की भांति चिकित्सा कार्य में लगाने पर विचार किया जाए।
सेना तथा अन्य सेवाओं के सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सकों की सेवाओं को टेलीकन्सल्टेशन के लिये इस्तेमाल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों को उनकी मांग के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति (Oxygen Supply) बनी रहनी चाहिए।
प्रदेश सरकार की टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की नीति पर काम किया जा रहा है… अब ज्यादा टेस्ट ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे हैं, आज 2,19,000 टेस्ट ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए: उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना @navneetsehgal3 #COVID19 pic.twitter.com/p4Ul245HPc
— News & Features Network (@mzn_news) May 19, 2021
उल्लेखनीय है कि विगत कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग में 10 से 15 प्रतिशत की कमी आई है। मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges) में लगभग 2 दिन का ऑक्सीजन बैकअप (Oxygen Backup) उपलब्ध है। होम आइसोलेशन के मरीजों को भी ऑन डिमाण्ड ऑक्सीजन की उपलब्धता है। मुख्यमंत्री ने कहा की राज्य में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की कार्यवाही को त्वरित गति से आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सीन की कार्यवाही व्यवस्थित, निर्बाध और प्रभावी ढंग से संचालित की जाए। जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर कोविड वैक्सीनेशन कार्यवाही का संचालन किया जाए।
उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन कार्य को त्वरित और प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए कॉमन सर्विस सेण्टर (CSC) का व्यापक उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की कार्यवाही सुचारु ढंग से जारी रखी जाए। डोर स्टेप डिलीवरी (Doorstep Delivery) व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए, जिससे आम जनता को आवश्यक सामग्री की सुचारु आपूर्ति होती रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस वित्तीय वर्ष के बजट में युवाओं को टैबलेट देने की व्यवस्था की गई है।
बैठक के दौरान यह बात सामने आई कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में अब तक 01 करोड़ 54 लाख 61 हजार से अधिक वैक्सीन (Corona Vaccine) डोज दिए जा चुके हैं। 17 मई से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccinarion) का कार्य 23 जनपदों में किया जा रहा है। विगत दिवस इस आयु वर्ग में वैक्सीन की 1,11,188 डोज दी गई हैं। अब तक इस आयु वर्ग में 6 लाख 38 हजार 746 वैक्सीन की डोज दी गयी हैं।