आदिवासी दंपती पर फावड़े से कई वार: पत्नी की मौके पर ही मौत
सोनभद्र के बभनी थाना क्षेत्र के बभनी ग्राम पंचायत अंतर्गत सड़क टोला में रविवार की रात बरामदे में सो रहे आदिवासी दंपती पर फावड़े से कई वार करके अज्ञात हमलावर फरार हो गये। पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
घटना से पहले वारदात करने वालों ने आसपास के कमरों और घरों की कुंडी बाहर से बंद कर दी थी। पुलिस हर एंगल से मामले को देख रही है। और मामले में टीम गठित करके जांच शुरू कर दी गयी है।बता दें कि एएसपी नक्सल डॉ. राजीव सिंह ने दुद्धी सीओ रामअशीष यादव के साथ घटनास्थल का मुआयना किया और बभनी पुलिस को शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। और आला कत्ल बरामद कर लिया गया है। घटना किसने और क्यूं की? इसका पता नहीं चल पाया है। उधर एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह की तरफ से भी खुलासे के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
बता दें कि बभनी ग्राम पंचायत के सड़क टोला निवासी शिवकुमार खरवार (45) एक सामान्य किसान हैं और गांव में ही मकान बनाकर रहते हैं। रविवार की रात वह अपनी पत्नी हीरामन के साथ बरामदे में सो रहे थे। जबकि बच्चे अंदर कमरे में सोए हुए थे। बताया जाता है कि रात दो बजे के करीब हमलावर पहुंचे और बच्चों वाले कमरे के साथ ही अगल-बगल के वाले घरों के मुख्य दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगा दी।
इसके बाद सो रहे दंपती पर फावड़े से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिया। दंपती की चीख-पुकार सुनकर अंदर सो रही बड़ी बेटी चंद्रावती की नींद खुल गई। उसने दरवाजा खोलना चाहा तो बाहर से बंद मिला।इस पर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। उसकी आवाज सुनकर बगल में रहने वाले उसके चाचा जग गए। उन्होंने भी अपना दरवाजा खोलना चाहा तो बाहर से बंद मिला। इसके बाद वह अपने आंगन की दीवार फांदकर शिवकुमार के घर पहुंचे तो देखा कि खून से लथपथ हीरामन की मौत हो चुकी थी। वहीं शिवकुमार बेसुध सी हालत में कराह रहे थे।
भाई ने कुंडी खोल कर बच्चों को बाहर निकालने के साथ ही आवाज देकर गांव वालों को बुलाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस घायल शिवकुमार को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी पहुंची। हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार करते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। खबर मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल डॉ. राजीव कुमार सुबह साढ़े आठ बजे के करीब सड़क टोला पहुंच गए।
क्षेत्राधिकारी दुद्धी रामअशीष यादव, प्रभारी निरीक्षक बभनी अजय कुमार सिंह को साथ लेकर घटनास्थल का मुआयना किया। परिवार की और ग्रामीणों से पूछताछ कर जरूरी जानकारी हासिल की लेकिन किसने और क्यूं की? इसका पता नहीं चल पाया। वारदात का शिकार हुए परिवार के लोगों से किसी के साथ बड़ी रंजिश की भी बात सामने नहीं आई है।
घटनास्थल छत्तीसगढ़ के सीमा से सटा और नक्सल गतिविधियों से प्रभावित है। इसको देखते हुए वारदात करने वालों को छत्तीसगढ़ की तरफ से आने की भी संभावना जताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि हर पहलू से घटना की जांच की जा रही है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर पड़े खून लगे फावड़े को बरामद कर लिया गया है।