UNSC ने बुलाई आपात बैठक: Ukraine संकट और गहराया, Russia ने Ukraine के दो प्रांतों को अलग देश के तौर पर दी मान्यता
Vladimir Putin ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है. इतना ही नहीं, पुतिन ने इन क्षेत्रों में सेना भेजने का आदेश भी दे दिया है. रूस के इस फैसले से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ने की उम्मीद है.
राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है. रूस ने “डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक” को “स्वतंत्र” घोषित किया है.
#रूस के राष्ट्रपति ने #Donetsk पीपुल्स रिपब्लिक की मान्यता पर कार्यकारी आदेश और #Lugansk पीपुल्स रिपब्लिक की मान्यता पर कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। pic.twitter.com/vI4zKERmgp
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पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है. इससे पहले, यूक्रेन के अलगाववादी नेताओं ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान के जरिए रूस के राष्ट्रपति से अनुरोध किया था कि वे अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दें और मित्रता संधियों पर हस्ताक्षर करके उनके ‘‘खिलाफ जारी यूक्रेनी सेना के हमलों से’’ उनकी रक्षा करने के लिए सैन्य सहायता भेजें.
रूस के निचले सदन ने भी पिछले सप्ताह इसी प्रकार की अपील की थी. पुतिन ने रूसी सांसदों से यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्रों के साथ संधियों पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया, जिससे कि उन्हें मॉस्को का सैन्य समर्थन मिल सके. वहीं, यूरोपीय संघ ने यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देने के रूस के कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि वह इसमें शामिल लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. इसने यूक्रेन की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपना समर्थन दोहराया.
गौरतलब है कि रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था. उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है. साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है. कीव की आबादी करीब 30 लाख है.
ब्रिटेन ने इसे अंतराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया. साथ ही यूक्रेन को भरोसा दिया है कि बुरे वक्त में ब्रिटेन उसके साथ है. रूस के इस फैसले पर दुनियाभर में विरोध तेज हुआ है.यूरोपीय संघ ने साफ कर दिया है कि वो और उसके सहयोगी यूक्रेन की मदद के लिए आगे आएंगे. जल्द ही संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक बुलानी की बात भी कही है.
Russian मूल के विद्रोहियों ने अपने कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन Donetsk इलाके में हिफाजत के लिए रूस से औपचारिक मदद मांगी है. साथ ही अपने को स्वतंत्र गणतंत्र घोषित कर चुके यूक्रेन के Donetsk और Lugansk मान्यता देने के मुद्दे पर रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई.
UNSC ने बुलाई आपात बैठक
यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy ने भी अपने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है. साथ ही यूक्रेन (Ukraine) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से भी उसकी सुरक्षा के उपाय सुरक्षित करने के लिए जल्द बैठक बुलाने का आग्रह किया. बता दें कि गहराते यूक्रेन संकट के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई गई है.
#Zelenskiy ट्वीट में कहते हैं: "रूसी संघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में दिए गए बयानों को देखते हुए, मैंने इमैनुएल मैक्रॉन और ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ तत्काल परामर्श किया और राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद बुलाई" #UkraineRussiaCrisis https://t.co/MX60sb55AC
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जिसमें रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को लेकर गंभीरता से चर्चा की जा रही है. UNSC की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर गहराता संकट गहरी चिंता का विषय है. उन्होंने कहा है कि इस घटना की वजह से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.
अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन
गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन के साथ जंग जैसे हालातों के बीच बड़ा फैसला लिया है. रूस ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुगंस्क को अलग देश के तौर पर मान्यता देने की घोषणा की है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से अलगाववादियों को समर्थन दिए जाने और अलग देश बनाए जाने की घोषणा से कई देशों ने नाराजगी जताते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया है. रूस के इस फैसले के बाद से अमेरिका काफी सख्त है और वित्तीय प्रतिबंध लगाने की बात कही है. वहीं यूरोपीय संघ और ब्रिटेन की ओर से भी जल्द ही प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
#BREAKING पुतिन यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्रों को स्वतंत्र के रूप में मान्यता देंगे: क्रेमलिन #Putin #Kremlin #UkraineRussiaCrisis pic.twitter.com/aECjwiPst9
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Ukraine के साथ जंग जैसे हालात हैं. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने राष्ट्र को संबोधित किया. इस संबोधन में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा ऐलान किया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के विद्रोहियों के कब्जे वाले दो प्रांतों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने के कानून पर साइन कर दिए. रूस के इस फैसले से Ukraine पर रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ने की उम्मीद है.
लुहांस्क और डोनेस्टक स्वतंत्र देश
इस दस्तखत के बाद रूस की नजरों में अब लुहांस्क और डोनेस्टक स्वतंत्र देश हैं. पुतिन ने टीवी पर आकर देश को संबोधित करते हुए यह ऐलान किया. सिर्फ इतना ही नहीं पुतिन ने Ukraine पर बयानों से वार किया. उन्होंने यूक्रेन को राष्ट्र मानने से भी इंकार दिया. पुतिन ने दावा किया कि Ukraine जल्द ही परमाणु बम बनाने की तरफ बढ़ रहा है.
दरअसल राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संबोधन में कहा कि वह जल्द ही पूर्वी Ukraine के दो अलग-अलग क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देगा. पुतिन ने कहा कि रूस स्वघोषित गणराज्य डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग देश के रूप में मान्यता देगा.
#UPDATE #US का कहना है कि वह मंगलवार को मास्को पर प्रतिबंध लगाएगा। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता नेबताया, "मॉस्को के फैसलों और आज की कार्रवाई के जवाब में हम कल रूस पर नए प्रतिबंधों की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। हम उस घोषणा पर सहयोगियों और भागीदारों के साथ समन्वय कर रहे हैं।" pic.twitter.com/WlcPc3t3JC
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