Varanasi Murder Case: अवैध संबंध के शक में ऑटो चालक ने पत्नी को बेरहमी से मारा, मफलर से गला घोंटा, ईंट से कुचला चेहरा—कैथोर हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
Varanasi जिले के चोलापुर थाना क्षेत्र के कैथोर गांव में हुई महिला की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस और क्राइम ब्रांच ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया। मृतका लक्ष्मी की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति प्रदीप मिश्रा उर्फ गुड्डू ने ही की थी। आरोपी को महमूदपुर मोड़ से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार, प्रदीप पेशे से ऑटो चालक है और चौबेपुर थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव का निवासी है। पूछताछ में उसने जो कहानी बताई, वह रिश्तों में शक, हिंसा और क्रूरता की खौफनाक मिसाल बन गई।
अवैध संबंध के शक ने ली जान, पति के कबूलनामे से कांपी पुलिस
पूछताछ के दौरान प्रदीप ने बताया कि उसे पत्नी लक्ष्मी के किसी अन्य युवक से अवैध संबंध होने का शक था। उसका आरोप था कि लक्ष्मी अक्सर दूसरे युवक से बातचीत करती थी और जब वह इसका विरोध करता, तो वह झगड़ा करने लगती थी।
प्रदीप ने यह भी बताया कि पत्नी की हरकतों के कारण उसे अपनी बहन के ससुराल में बेइज्जती झेलनी पड़ी थी। उसी दिन उसने मन ही मन यह ठान लिया था कि लक्ष्मी को “रास्ते से हटाना” होगा। यही मानसिकता आगे चलकर Varanasi murder case की वजह बनी।
चाय पिलाने का बहाना, मौत की ओर सफर
इस Varanasi murder case में सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि हत्या पूरी तरह सुनियोजित थी।
प्रदीप ने पुलिस को बताया कि शनिवार रात वह पत्नी के साथ अपनी बहन के जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र के अरिरौली स्थित ससुराल गया था। वहां रात में खाना खाने के बाद लक्ष्मी तेज आवाज में गाली-गलौज करने लगी और झगड़ा करने लगी।
किसी तरह स्थिति संभालने के बाद लक्ष्मी ने बाहर चलकर चाय पीने की बात कही। रात करीब 11 बजे प्रदीप ने उसे अपने ऑटो में बैठाया और चाय पिलाने व घर लौटने का बहाना बनाकर दानगंज की ओर निकल पड़ा।
हाईवे से गांव की सुनसान राह, मौत का रास्ता तय
ऑटो जब हाईवे पर पहुंचा, तो प्रदीप ने उसे मोड़कर कैथोर गांव की ओर ले गया। रास्ते में एक घर के बाहर से उसने सीमेंट लगी ईंट उठाकर ऑटो में रख ली। सुनसान जगह देखकर उसने ऑटो रोक दिया।
यहीं से Varanasi murder case का सबसे क्रूर अध्याय शुरू होता है।
मफलर से गला घोंटा, ईंट से कुचला चेहरा
प्रदीप ने पहले मफलर से लक्ष्मी का गला घोंटा। जब वह अचेत हो गई, तो उसे कैथोर के मोहनदासपुर इलाके में ले गया। इसके बाद उसने ऑटो में रखी ईंट से लक्ष्मी का चेहरा बेरहमी से कुचल दिया, ताकि उसकी पहचान न हो सके।
हत्या के बाद उसने ईंट को झाड़ियों में फेंक दिया और शव को घसीटकर पास में पड़े सूखे बाजरे के ढेर में छिपा दिया। इसके बाद वह सीधे बहन के घर चला गया, मानो कुछ हुआ ही न हो।
2017 में हुई थी शादी, सात साल में रिश्ता बना कब्रगाह
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि प्रदीप और लक्ष्मी की शादी साल 2017 में हुई थी। शादी के सात साल बाद यह रिश्ता इतनी भयावह तरीके से खत्म होगा, किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
यह Varanasi murder case घरेलू रिश्तों में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा का एक और उदाहरण बन गया है।
आपराधिक इतिहास वाला पति, पहले से दर्ज हैं छह मुकदमे
चोलापुर थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि आरोपी प्रदीप का आपराधिक इतिहास भी रहा है। उसके खिलाफ चौबेपुर थाने में हत्या के प्रयास, लूट और अन्य गंभीर धाराओं में कुल छह प्राथमिकी पहले से दर्ज हैं।
इस तथ्य ने पुलिस को यह मानने पर मजबूर कर दिया कि यह हत्या सिर्फ गुस्से में नहीं, बल्कि एक आपराधिक मानसिकता का नतीजा थी।
सीसीटीवी, सर्विलांस और टैटू ने खोला राज
रविवार सुबह कैथोर गांव में महिला का सिर कुचला हुआ शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया था। ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड ने घटनास्थल की गहन जांच की।
Varanasi murder case की गुत्थी सुलझाने में—
सीसीटीवी कैमरे
मोबाइल सर्विलांस
मृतका के हाथ पर बने टैटू
ऑटो का नंबर
इन सबने अहम भूमिका निभाई। ऑटो नंबर के जरिए पुलिस आरोपी पति तक पहुंची और कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने पूरी सच्चाई उगल दी।
पुलिस टीम को इनाम, जांच की सराहना
इस जघन्य Varanasi murder case को सुलझाने वाली टीम की सराहना करते हुए पुलिस विभाग ने गिरफ्तारी टीम को 25 हजार रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
गिरफ्तारी में चोलापुर थाना प्रभारी दीपक कुमार समेत पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम शामिल रही।
इलाके में दहशत, रिश्तों पर उठे सवाल
कैथोर और आसपास के गांवों में इस वारदात के बाद दहशत और सन्नाटा है। लोग यह सवाल कर रहे हैं कि शक और अविश्वास किस तरह इंसान को इस हद तक अंधा कर सकता है।
यह Varanasi murder case सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है—जहां संवाद की कमी और हिंसक सोच रिश्तों को खून में बदल रही है।

