सात साल की बच्ची को अगवाकर दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में फरार आरोपी क्राइम ब्रांच को चकमा देकर भागा
पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ा में गणपति विसर्जन के दौरान सात साल की बच्ची को अगवाकर दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में फरार चल रहा साढ़ गांव निवासी आरोपी गुरुवार को मुंबई क्राइम ब्रांच को चकमा देकर भाग गया।
मुंबई पुलिस ने स्थानीय साढ़ पुलिस पर मदद न करने का आरोप लगाया है। मुंबई क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर संजय निलपतरेवार ने बताया कि साढ़ थाना क्षेत्र के पानी पुरवा विरसिंहपुर निवासी राजकुमार उर्फ प्यारेलाल चंद्र प्रकाश कुरील पिछले कई साल से पिंपरी चिंचवाड़ा में किराये के मकान में रहता था।
गणेश विसर्जन के दौरान राजकुमार ने घर के बाहर खेल रही पड़ोसी की सात साल की मासूम को अगवा कर लिया और दुष्कर्म कर मौत के घाट उतार दिया था।
मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने संपर्क किया था। उनकी मदद के लिए साढ़ पुलिस को निर्देश दिए गए थे। यदि साढ़ पुलिस ने उनका सहयोग नहीं किया है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।-डॉ. प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी/एसएसपी
शव की पहचान न हो सके इसलिए मासूम के चेहरे को तेजाब से जला दिया था। शव को घर से तीन किमी दूर फेंक दिया था। इसके बाद से आरोपी फरार था।
पुलिस ने मासूम के पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली थी। मामले को क्राइम ब्रांच ट्रांसफर कर दिया गया था। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली और उसके परिजनों का नंबर सर्विलांस पर लगाया।
कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच ने राजकुमार की पत्नी का नंबर ट्रेस कर लिया। लोकेशन के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम सब इंस्पेक्टर संजय निलपतरेवार, हेड कांस्टेबिल केरप्पा माने, नामदेव राउत और नामदेव के साथ उसके गांव पहुंची।
आरोप है कि घेराबंदी के पहले ही उसे भनक लग गई। इसके बाद वह फरार हो गया। मुंबई पुलिस का कहना है कि उन्हें गांव के रास्तों के बारे में जानकारी नहीं थी और न ही स्थानीय पुलिस ने उनकी मदद की। आरोप है कि यदि स्थानीय पुलिस उनकी मदद कर देती तो आरोपी को पकड़ा जा सकता था।