दिल्ली में बदलाव की बयार: Delhi CM Rekha Gupta का बड़ा एक्शन, पूरी सरकार में हलचल!
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के साथ ही नए Delhi CM Rekha Gupta का एक्शन मोड देखने को मिल रहा है। शपथ ग्रहण के 24 घंटे के भीतर ही उन्होंने कई अहम फैसले लेकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। सबसे बड़ा झटका उन्होंने पूर्व सरकार के निजी स्टाफ को छुट्टी देकर दिया है। सरकार के इस फैसले से एक नई कार्यशैली की झलक मिल रही है, जिससे विपक्ष भी सकते में आ गया है।
पहला बड़ा फैसला: निजी स्टाफ की विदाई!
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहला आदेश सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल रिपोर्ट करने का दिया गया। खास बात यह रही कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के सभी निजी स्टाफ को तुरंत प्रभाव से हटा दिया। सरकारी कार्यालयों में अब नए सिरे से नियुक्तियां की जा रही हैं और पुराने अधिकारियों को वापस उनके मूल विभाग में लौटने के निर्देश दिए गए हैं।
पूर्व सरकार में कई अधिकारियों को इधर-उधर ट्रांसफर कर दिया गया था, लेकिन अब सभी को वापस अपनी पुरानी जिम्मेदारियों में लौटने का आदेश दिया गया है। यह कदम शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
एक्शन में Delhi CM Rekha Gupta, टूटी सड़कों और पानी की समस्या पर बड़ी बैठक!
शपथ ग्रहण के बाद से ही रेखा गुप्ता एक्शन में नजर आ रही हैं। आज दोपहर 1 बजे उन्होंने कैबिनेट की पहली अहम बैठक बुलाई है, जिसमें दिल्ली की टूटी सड़कों, जल संकट और अन्य बुनियादी समस्याओं पर चर्चा होगी। यह बैठक दिल्ली सचिवालय में होगी, और इसमें कई महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले लिए जाने की संभावना है।
दिल्ली के कई इलाकों में पानी की भारी समस्या बनी हुई है। गुप्ता सरकार के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री जल्द ही एक ‘आपात जल योजना’ की घोषणा कर सकती हैं, जिससे दिल्ली के लोगों को राहत मिल सके।
यमुना की सफाई पर जोर, कल रात कैबिनेट के साथ की यमुना आरती
रेखा गुप्ता की सरकार का एक बड़ा फोकस पर्यावरण और स्वच्छता पर भी है। कल रात ही उन्होंने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ यमुना आरती में भाग लिया। यह इशारा था कि उनकी सरकार यमुना की सफाई को लेकर गंभीर है। उनके निर्देश पर सफाई अभियान को और तेज कर दिया गया है, जिससे जल्द ही दिल्लीवासियों को स्वच्छ यमुना देखने को मिल सकती है।
आयुष्मान भारत योजना को मिली हरी झंडी!
नई सरकार ने पहले ही दिन एक बड़ा फैसला लेते हुए आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी दे दी। यह योजना दिल्ली के लाखों गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित होगी। पूर्व सरकार पर इस योजना को रोकने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन रेखा गुप्ता ने आते ही इसे हरी झंडी देकर जनता को राहत दी है।
रेखा गुप्ता का कहना है, “दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। हमने आते ही सबसे पहले आयुष्मान भारत योजना को लागू किया है, ताकि जरूरतमंद लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।”
विपक्ष पर सीधा हमला: ‘15 साल कांग्रेस, 13 साल AAP, दिल्ली का सर्वनाश कर दिया’
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा,
“15 साल तक कांग्रेस ने शासन किया, 13 साल AAP ने। इन दोनों दलों ने दिल्ली की हालत खराब कर दी, और अब हमसे सवाल पूछ रहे हैं? हमने पहले ही दिन बड़े फैसले लिए हैं, लेकिन वे लोग जो जनता के अधिकारों का हनन करते रहे, अब हम पर उंगली उठा रहे हैं। दिल्ली की जनता को असली विकास अब देखने को मिलेगा।”
रेखा गुप्ता का यह बयान साफ संकेत दे रहा है कि उनकी सरकार विपक्ष की आलोचना को लेकर रक्षात्मक नहीं रहने वाली।
दिल्ली की जनता को क्या मिलेगा?
- बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं: आयुष्मान भारत योजना को लागू कर दिया गया है, जिससे गरीब लोगों को मुफ्त इलाज मिलेगा।
- यमुना सफाई मिशन: सरकार ने यमुना की सफाई पर प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है, जिससे नदी की हालत सुधरने की उम्मीद है।
- सड़क और जल संकट समाधान: आज होने वाली कैबिनेट बैठक में इस पर बड़ा फैसला आ सकता है।
- सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता: पूर्व सरकार के निजी स्टाफ को हटाकर नए बदलाव किए जा रहे हैं।
क्या कहता है विपक्ष?
रेखा गुप्ता के फैसलों पर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की है। AAP और कांग्रेस दोनों ने आरोप लगाया है कि सरकार बदले की राजनीति कर रही है। हालांकि, सरकार के सूत्रों का कहना है कि यह बदलाव प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे हैं।
आने वाले दिनों में क्या हो सकता है?
Delhi CM Rekha Gupta की सरकार आगे और बड़े फैसले ले सकती है। शिक्षा और परिवहन के क्षेत्र में भी बड़े सुधारों की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी जल्द ही कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।
दिल्ली में नई सरकार, नया बदलाव!
रेखा गुप्ता के फैसलों से यह साफ हो गया है कि उनकी सरकार जनता के हित में तेजी से काम करने वाली है। विपक्ष के हमलों के बावजूद, उन्होंने यह संकेत दे दिया है कि उनकी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ दिल्ली के विकास पर रहेगी। आने वाले हफ्तों में और भी बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं, जिससे यह तय होगा कि उनकी सरकार कितनी असरदार साबित होती है।