Muzaffarnagar- फुगाना में हाईवे पर डीजल चोरों का पर्दाफाश! मुठभेड़ में पकड़े गए 5 शातिर अपराधी, अवैध हथियार और गाड़ियां बरामद
Muzaffarnagar/फुगाना में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हाईवे और ढाबों पर खड़े वाहनों से डीजल चोरी करने वाले संगठित गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस साहसिक मुठभेड़ में पुलिस ने अवैध हथियार, 195 लीटर डीजल, 12,000 रुपये नकद, एक आयशर कैंटर और स्कॉर्पियो कार बरामद की।
यह गिरफ्तारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल और क्षेत्राधिकारी फुगाना संतप्रसाद उपाध्याय की देखरेख में इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
कैसे हुआ खुलासा?
26 और 27 नवंबर की रात को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक गिरोह दिल्ली-देहरादून हाईवे के निर्माणाधीन पुल के पास डीजल चोरी की योजना बना रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और संदिग्धों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
पुलिस ने जैसे ही संदिग्धों को पकड़ने की कोशिश की, बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाशों को धर दबोचा। गिरफ्तार अभियुक्तों में नईम (सिवालखास, मेरठ), शाहनवाज (पिपलैड़ा, हापुड़), जाफर और अनवार (ग्राम हर्रा, मेरठ), और फैज (ग्राम टोडरपुर, हापुड़) शामिल हैं।
चोरी का संगठित नेटवर्क
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनका संगठित गिरोह हाईवे पर खड़े ट्रकों और अन्य वाहनों से डीजल चोरी करता है।
कैसे होता था चोरी का खेल?
- स्पेशल टैंकी फिटिंग:
अभियुक्तों ने अपने कैंटर ट्रक में विशेष रूप से दो टंकियां लगवाई थीं। एक 500 लीटर क्षमता वाली और दूसरी 350 लीटर की टंकी, जिसे लोहे की चादरों और प्लास्टिक क्रेट्स से छुपाया गया था। - होटलों-ढाबों का टारगेट:
यह गिरोह ढाबों और होटल के पास खड़े ट्रकों और बसों से डीजल निकालकर अपने कैंटर की टंकी में भरता था। - ब्लैक मार्केटिंग:
चोरी किए गए डीजल को कम कीमत पर बेचा जाता था। पकड़ी गई रकम (12,000 रुपये) इसी अवैध बिक्री से कमाई गई थी।
पुलिस टीम का सराहनीय प्रयास
इस गिरोह को पकड़ने में थाना फुगाना पुलिस की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने जोखिम भरे हालात में भी बदमाशों का मुकाबला किया। टीम में राकेश कुमार, शैलेन्द्र कुमार गौड़, कौशेन्द्र तोमर, अनीश खान, राहुल कुमार, कृष्णपाल, अजय तेवतिया, इमरत सिंह और मनोज कुमार शामिल रहे।
गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये अपराधी हाईवे पर डीजल चोरी की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं। पुलिस उनके आपराधिक रिकॉर्ड की गहराई से जांच कर रही है।
बरामद सामान की सूची
- 195 लीटर डीजल: चोरी का माल
- 12,000 रुपये नकद: डीजल बिक्री से अर्जित धन
- अवैध हथियार: तीन तमंचे, पांच जिंदा कारतूस और एक खाली कारतूस
- वाहन: एक आयशर कैंटर (HR 58C 8257) और एक स्कॉर्पियो (बिना नंबर प्लेट)
- चोरी के उपकरण: डीजल निकालने के यंत्र
हाईवे क्राइम पर पुलिस का कड़ा रुख
इस घटना ने हाईवे पर सक्रिय डीजल चोरों के संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को लेकर सकारात्मक संदेश गया है।वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बयान में कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और आम जनता की सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता है।