पूरे शहर में दिवाली की धूम धडाम, धुआं हुए पटाखों पर रोक के आदेश
मुजफ्फरनगर। दिवाली के त्यौहार के जोश और धूमधडाम के बीच पटाखों पर प्रतिबंध के एनजीटी और उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम आदेश धुआं धुआं हो गये। शहर में शाम से ही पटाखों का शोर गूंजने लगा
और देर रात तक भी चारों ओर पटाखों की गूंज सुनाई दी। लोगों ने दिवाली पूजन किया और परिवार में सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान दिवाली का जोश जगमगाते शहर मैं अमावस के अंधकार से लड़ती बिजली की झालरों और दीपमाला के साथ-साथ जमकर आतिशबाजी हुई।
शहर का कोई गली मोहल्ला इलाका ऐसा नहीं था जहां पटाखों की गूंज ना हो। याद रहे कि प्रदूषण के चलते एनजीटी और उसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मुजफ्फरनगर और एनसीआर समेत तमाम इलाकों में पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई थी।
इसके चलते हुए जिला प्रशासन ने पटाखों की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी। पटाखा बेचने की व्यवसाई करोड़ों रुपए के पटाखों के स्टाक के बावजूद बिक्री की अनुमति न दिए जाने को लेकर पटाखा विक्रेता सत्ता के तमाम नेताओं के आगे अपनी गुहार लगाते नजर आए।
हालांकि प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। अधिकृत पटाखा विक्रेताओं को तो प्रशासन ने रोक दिया
लेकिन उन जिलों से बड़े पैमाने पर पटाखे शहर में लाए गए जहां प्रतिबंध नहीं लगाए गए थे। मुजफ्फरनगर से लगे सहारनपुर और बिजनौर में प्रतिबंध नहीं था।