Health: Junk फूड से करे परहेजः डा. आयुषि अग्रवाल
Health: बदलते मौसम में लोगों को बिमारी के संक्रमण से बचाने के लिए सीनियर डायटिशियन आयुषि अग्रवाल शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाने को अहम मानती है। उन्होंने बताया कि यदि जंक फूड से परहेज कर फल व सब्जियों का सेवन किया जाए तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाकर बदलते मौसम की बिमारियों, कोरोना, ओमीक्रोन आदि से बचाव किया जा सकता है।
सीनियर कंसल्लटेंट डायटिशियन डा.आयुषि अग्रवाल ने बताया कि विटामिन सी वाले फलों का प्रयोग भोजन में अधिक से अधिक करना चाहिए। हमे अपने भोजन में लिक्विड की मात्रा अधिक रखनी चाहिए। बदलते मौसम के साथ बीमारियों का संÿमण बढेगा। उनसे बचने के लिए हमे अच्छे खान-पान के सहारे भी बीमारियों से बचा जा सकता है।
कोशिश करे कि बाहर का खाना बिल्कुल ना खाये। खास तौर से बच्चों को जंक फूड से बचाए। घर का खाना पौष्टिक भोजन शरीर को शक्ति प्रदान करता है। यदि विटामिन सी युक्त भोजन लिया जाए तो बीमारी से बचाव में सर्वाधिक आसानी होगी। तरल आहार में सूप, जूस, नीबू पानी का बहुत अहम है।
हरी पत्तेदार सब्जिया, गाजर, शलजम आदि का प्रयोग काफी कागर साबित हो सकता है। चाय आदि में तुलसी के पत्रों का प्रयोग किया जाए तो हमे होने वाले संक्रमण से बचाया जा सकता है।
मासाहार खाने वाले प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए लोग अण्डा तथा मछली आदि खा सकते है। एल्कोहल का प्रयोग व धुम्रपान बहुत नुकसान दायक है। भोजन की मात्रा आयु व वजन के अनुसार ले । जिससे पाचन शक्ति बनी रहे। कुछ व्यायाम व योग भी शरीर को स्वास्थ बनाए रखने के लिए लाभदायक है।
बंदरों के आतंक से परेशान
मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) नगर में बंदरों का आतंक बढ रहा है कई बार बंदरों के डर से बच्चे व बुजुर्ग गिरकर घायल भी हो जाते है। लेकिन कुछ जगहों पर बंदरों का आतंक बढ़ गया है। ऐसे में लोग परेशान हैं और बंदरों के हमले का डर बना रहता है। नगर पालिका कभी-कभी बंदरों को पकड़ने का अभियान भी चलाती है। कुछ दिन राहत रहती है,
लेकिन फिर से आतंक बढ़ जाता है। शहर में सब्जी मंडी, भगत सिंह रोड,हनुमान चौक, पंचमुखी इत्यादि मौहल्लों के साथ नई मंडी के विभिन्न क्षेत्रों मेंं बंदरों का प्रकोप है। छतों पर कपड़े सुखाना भी मुश्किल हो गया है, क्योंकि बंदर कपड़े ले जाते हैं या फाड़ देते हैं।
फुलवारी को भी नुकसान पहुंचाते हैं और काटने को दौड़ पड़ते हैं। घरों के पानी के टैंक को भी नुकसान पहुंचाते हैं। कई लोग तो हमले से बचने के चक्कर में घायल हो चुके हैं।