जीवन के बीते हुए दिनों के 4 सूत्र लेकर आया हूं: गणाचार्य श्री Pushpadant Sagar Ji Maharaj
Muzaffarnagar जैन औषधालय में विराजमान गणाआचार्य श्री Pushpadant Sagar Ji Maharaj ससंगघ के चरणों में सकल जैन समाज, वर्षायोग समिति एवं युवा शक्ति वह मात् शक्तियों ने गुरुदेव के चरणों में श्रीफल समर्पित किया ।गुरुवर के चरणों में जैन समाज के अन्य नगरों से आए हुए गुरु भक्तों का माला पहना कर स्वागत सम्मान किया गया ।
मुख्य संयोजक श्री प्रवीण जैन जी ने बताया की ३ तारीख को गुरु पूर्णिमा ४ तारीख को महावीर शासन जयंती और ५ तारीख को चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम जैन औष घालय के भव्य प्रांगण में रखा गया है एवं गुरुदेव का प्रवास जैन औषधालय प्रेमपुरी में ही रहेगा आप सभी गुरु भक्त अपना समय निकालकर गुरु चरणों में अवश्य आये । तत्पश्चात भगवान महावीर एवं आचार्य श्री विमल सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण गुरु भक्त श्री सुनील जैन विपिन जैन नितिन जैन अनिल जैन प्रमोद जैन विभोर जैन अनुज जैन आदि गुरु भक्तों ने किया।
दीप प्रज्वलन गोपाल जैन सचिन जैन वीरेंद्र जैन नरेंद्र जैन अरविंद जैन राजीव जैन वरुण जैन प्रवीण जैन एवं बाहर से आए हुए अतिथियों द्वारा किया गया। आचार्य श्री के चरणों का पाद प्रक्षालन श्री पुष्पदंत सागर युवा मंडल के समस्त कार्यकर्ताओं के द्वारा किया गया । गंगा तेरा पानी अमृत गुरु चरणों को पखारे । गुरु चरणों को छूकर के पानी गंदो तक बन जाए।
गुरुदेव के चरणों में शास्त्र भेट जैन समाज की सभी मातृ शक्तियों द्वारा किया गया । आचार्य श्री ने अपनी वाणी से संबोधित करते हुए कहा कि मैं यहां आपका प्रेम,आपकी शद्वा , आप का समर्पण देखकर आया हूं २५ साल पहले एक अंकुर बोया था वह पेड़ बन गया और फल भी आ गये उसका स्वाद लेने आया हूं । मुझे सम्मान की जरूरत नहीं है ज्ञान की ज्योति को प्रज्वलित करने आया हूं । इसी ख्वाहिश के साथ आया हूं कि मैं आप सभी को कुछ देकर जाऊं । आज पहला दिन है किसी के मन में कोई शंका हो तो दूर कर लेना मैं चाहता हूं जो युवक भौतिकता में डूब रहे हैं कुछ समय में उनके अंदर जो कचरा है वह निकाल दूं और अच्छाइयों से भर दूं । बस प्रतिदिन ३० मिनट उन्हें मेरे पास भेज दीजिए ।
मैं जितना दे सकूंगा उतना देकर जाऊंगा आपके बच्चों को दीक्षा देकर साथ नहीं ले जाऊंगा उन्हें हीरा बनाकर आपको ही दे जाऊंगा । जीवन के बीते हुए दिनों के चार सूत्र लाया हूं –
यह चार सूत्र पूरे वर्षायोग तक चलेंगे
१.चांस देने के लिए आया हूं आपको जीने की कला सिखने का अवसर देने आया हूं
२.चॉइस क्या है पूरी करने आया हूं क्या पसंद है वह देने आया हूं
३.समय देने आया हूं समय का मूल्य क्या है यह बदलाने आया हूं
४.चेंज करने के लिए आया हूं आपके जीवन को बदलने के लिए आया हूं
आप अपना निर्णय खुद कर लेना माता-पिता अपने बच्चों को मेरे पास भेज देना मैं उन्हें बदलने आया हूं । मैं दिल से बदलने आया हूं ।एक चांस मुझे दे दो मैं तुम्हारे परिवार को बदल दूंगा । इन्हीं बातों के साथ कल फिर मिलेंगे । आज के भव्य मंगल प्रवेश में श्री राजन जैन प्रवीण जैन प्रदीप जैन अनुज जैन अमित जैन रोहित जैन चीनू जैन सुनील जैन जुगनू जैन विक्की जैन एवं समस्त जैन समाज मुजफ्फरनगर श्री पुष्पदंत सागर युवा मंडल और वर्षायोग सेवा समिति सभी का पूर्ण रूप से सहयोग रहा है आज के क्रार्यक्रम का मंच संचालन श्री पुनीत जैन (जिनेंद्र ऐजेंसी ) द्वारा किया गया। प्रोग्राम के बाद चतुर्मास कमेटी द्वारा सभी के लिए उत्तम जलपान की व्यवस्था की गई है ।