तीन दिन के कोरोना कर्फ्यू में दूसरे दिन लोगों ने घरों में रह कर कर्फ्यू का पालन किया
मुजफ्फरनगर। तीन दिन के कोरोना कर्फ्यू में दूसरे दिन रविवार को लोगों ने घरों में रह कर कर्फ्यू का पालन किया। शहर में लोगों की आवाजाही बहुत कम होने पर सन्नाटा पसरा रहा। लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नागरिकों ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान घरों में रहना ही बेहतर समझा।
शहर में मुख्य चौराहों पर पुलिस तैनात रही। पुलिस ने बाइकों से आने वाले को घर से बाहर निकलने का कारण पूछा, जरूरी काम होने पर ही उन्हें जाने दिया गया।
महामारी का कारण बने कोराना के बढ़ते संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए शासन ने अब शुक्रवार रात आठ बजे से लेकर मंगलवार सुबह सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है।
तीन दिन के ८३ घंटे के कोरोना कर्फ्यू में शनिवार को पूर्णतय बंद रहा। रात्रि से ही कोरोना कर्फ्यू पुलिस ने लागू करा दिया था। शनिवार को सुबह दूध की डेयरी खुली, तो लोगों ने दूध लिया। इसके बाद डेयरी भी बंद हो गई। फल-सब्जी मंडी भी बंद रही। लोगों ने नियमों का स्वेच्छा से पालन किया तथा घरों में ही रहे।
शहर में लोगों की बहुत कम आवाजाही के चलते पूरे शहर में सन्नाटा पसरा रहा। शिव चौक, भगत सिंह रोड, रुड़की रोड, कोर्ट रोड, महावीर चौक, मीनाक्षी चौक, मेरठ रोड, नई मंड़ी, पटेल नगर, गांधी नगर, गांधी कालोनी, चौड़ी गली, सदर बाजार समेत सभी बाजार बंद रहे। जिससे पूरे शहर में सन्नाटा पसरा रहा।
मालवीय चौक, प्रकाश चौक, महावीर चौक, शिव मूर्ति चौक आदि स्थानों पर पुलिस बेरिकेडिंग लगाए हुए तैनात रही। इस दौरान बाइकों से आने जाने वालों को पुलिस ने रोक कर घर से बाहर निकलने का कारण पूछा, इसके बाद ही उन्हें जाने दिया।
मुजफ्फरनगर। कोरोना कर्फ्यू के दौरान शहर और मंडी के सभी मेडिकल स्टोर खुले रहे। मेडिकल स्टोरों पर दवाई लेने वालों की लाइन लगी रही। जिला परिषद मार्केट में दवा का थोक बाजार बंद रहा।
मुजफ्फरनगर। कोरोना कर्फ्यू में लोगों के घरों में रहने पर रोडवेज बसों को कम ही यात्री मिले। डिपो के बेडेघ् में से आधी बसों का ही संचालन हो सका। मेरठ, सहारनपुर, बिजनौर, बड़ौत मार्ग पर भी यात्री कम रहे। लंबी दूरी की अधिकांश बसे भी यात्रियों के अभाव में नहीं चल सकी।