जवाहरलाल नेहरू स्मृति इंटर कालेज-रवापुरी सठेड़ी में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया
मुजफ्फरनगर। जवाहरलाल नेहरू स्मृति इंटर कालेज-रवापुरी सठेड़ी में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया। छात्रों को मातृभाषा की महत्ता बताई गई।
शिक्षकों ने कहा कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा केवल मातृभाषा में ही दी जानी चाहिए। संस्कृत प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन शर्मा ने कहा कि मां, मातृभूमि और मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं है।
विश्व के किसी भी विकसित देश में प्रारंभिक शिक्षा विदेशी भाषा में नहीं दी जाती है। वहां की शिक्षा, शासन-प्रशासन व शोध कार्य आदि के माध्यम की भाषा मातृभाषा है।
उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्षण-अध्ययन से चितन में मौलिकता आती है। बच्चों के सर्वागीण विकास में सहायक होती है। उन्होंने इजराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि मातृभाषा में शिक्षा देने वाले इजराइल ने विश्व में सबसे अधिक नोबेल पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
अंग्रेजी आदि अन्य भाषाओं का अपना अलग महत्व है, कितु हमें मातृभाषा बोलने में, उसको व्यवहार में लाने में हीनता का अनुभव नहीं होना चाहिए। हमारी मातृभाषा हिदी पूरे भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरोने की सामर्घ्थ्य रखती है।
नई शिक्षा नीति-२०२० में बच्चों की प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा में मातृभाषा को विशेष स्थान दिया गया है, जिसके भविष्य में सार्थक परिणाम आने वाले हैं।
जीव विज्ञान प्रवक्ता डा. त्रिवेंद्र ने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त कर व्यक्ति का सर्वागीण विकास निश्चित है। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वह सभी कार्य अपनी मातृभाषा में संपन्न करें।